बिहार-झारखंड के बीच मनिहारी फेरी सेवा बंद होने से यात्री भुगत रहे खामियाजा, छोटी नाव वसूल रहे पैसे, 1 अप्रैल से शुरू होना था परिचालन

Patna Desk

NEWSPR डेस्क। झारखंड से बिहार आने के लिए गंगा नदी का रास्ता लेने वाले लोगों को नई परेशानी का सामना करना पड़ रहा। दरअसल पिछले हफ्ते साहिबगंज से कटिहार आ रही एक जहाज मनिहारी गंगा घाट आने के दौरान दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें दो लोगों की मौत भी हो गई थी। इस हादसे की जांच शुरू होने के बाद प्रशासन ने इस जलमार्ग की आवाजाही पर रोक लगा दी है।

जिसमें काम के सिलसिले में हर दिन इस जलमार्ग होकर यात्रा करने वाले लोगों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोगों का कहना है कि जाहिर सी बात है कि इस रूट से आने जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा बेहद अहम है लेकिन इस सेवा को बंद कर देने कैसे सही है। इधर से कार्य के लिए आने जाने वाले लोगों को काफी परेशानी हो रही। यदि लोग किसी और माध्यम से आते हैं तो उनको लंबी दूरी, अधिक भाड़ा और अधिक समय देना होगा ऐसे में उनका कार्य बाधित हो जाएगा जिस कारण लोग परेशान हैं।

वहीं अब लोगों की बेबसी का फायदा छोटे नाव वाले उठा रहे। वह नदी पार कराने के लिए लोगों से अधिक किराया वसूल रहे। इसके साथ ही लोगों को वक्त भी अधिक लग रहा और नाव के हिसाब से ज्यादा लोगों के बैठने के कारण किसी अनहोनी का भी डर लगा रहता। लोगों के सामने अजीब स्थिति पैदा हो गई है। जिससे वह काफी परेशान और बेबस हैं।

बता दें कि 1 अप्रैल 2022 से बिहार सरकार की बंदोबस्ती के तहत फेरी सेवा का परिचालन होना है। 2022-23 और 2023-24 की बंदोबस्ती बिहार सरकार के कटिहार जिला द्वारा 8 करोड़ 52 लाख रुपए में की गई है। जो आज से प्रभावी होंगे। इस बीच 24 मार्च को गंगा नदी के बीच मालवाहक जहाज दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इसके बाद मालवाहक जहाजों का परिचालन एहतियातन बंद कर दिया गया था लेकिन इस बीच यात्री सेवा लगातार बहाल रही।

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