शहर में लगे अधिकांश सीसीटीवी कैमरे हैं खराब : मुंगेर शहर में बढ़ रहे आपराधिक घटनाओं को सड़क लूट की घटनाओं पर अंकुश लगाने चार वर्ष पूर्व जन सहयोग से कोतवाली थाना क्षेत्र में शहर को तीसरी नजर के जद में लाते हुए शहर में कुल विभिन्न चौक चौराहों ओर मुख्य जगहों पे 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे । सारे सीसीटीवी कैमरे का कनेक्शन जिला नियंत्रण कक्ष दे दिया गया था । किसी भी घटना पर तुरंत अंकुश लगे इसके लिये पुलिस कर्मी लगातार मॉनिटरिंग करते थे। मेंटेनेंस के अभाव में सारे सीसीटीवी कैमरे बंद हो गए ।
नियंत्रण कक्ष का भी हाल बेहाल : इतना ही नहीं मुंगेर किला क्षेत्र में डीएसपी सदर कार्यालय के एक कमरे में जिला नितंत्रण कक्ष की स्थापना की गई थी । ताकी वहीं से शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा सके इसके लिये बाकायदा नियंत्रण कक्ष में पुलिस अधिकारी और दंडाधिकारी की नियुक्ति तक की गई थी । पर आज नियंत्रण कक्ष में लगे समानों की स्थिति काफी दयनीय हो चुकी है । मॉनिटर पर केवल 3 कैमरे से तस्वीरे आ रही है। टेलीफोन बिल न जमा करने के कारण वन वे हो गया है। नियंत्रण कक्ष में तैनात पुलिस अधिकारी और दंडाधिकारी ने बताया कि शहर 32 में से मात्र तीन कैमरे ही चालू है । अन्य समानों के साथ साथ नियंत्रण कक्ष की हालत भी काफी खराब है। ऐसे में शहर को सुरक्षा प्रदान करने वाला नियंत्रण कक्ष आज खुद असुरक्षित है।
कोढ़ा गैंग को पकड़ने में मिली थी सफलता : शहर में लगे सीसीटीवी कैमरे की मदद से पुलिस ने कोढ़ा गैंग तक को पकड़ने में कामयाबी पाई थी । जो सड़क लूट के मास्टर माइंड थे । और कैमरे के भय से अपराधी शहरी क्षेत्रों में अपराध की घटना तक को अंजाम देने में डरते थे । वहीं अब सीसीटीवी कैमरे के खराब हो जाने के कारण शहर की सुरक्षा पे सवाल खड़ा हो गया है । इसकी सबसे बड़ी बजह थीं कि जन सहयोग से सीसीटीवी कैमरे तो लगवा दिए गए पर उसके मेंटेनेंस कि व्यवस्ता नहीं की गई । जब इस मामले में मुंगेर रेंज के डीआईजी मो शफीउल हक़ से पूछा गया उन्होंने बताया कि सीसीटीवी को ठीक करवाने केलिय कोई विशेष फंड नही रहने के कारण ये दिक्कत आई है । इसके लिये उन्होंने जिला एसपी को निर्देश दिए है की वे जल्द से जल्द इसका निराकरण कर सभी सीसीटीवी कैमरे को ठीक करवाएँ ।