पटना डेस्क
पटना: आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को पत्र लिखकर प्रवासी मजदूरों के बच्चों की शिक्षा को लेकर सरकार से पॉलिसी बनाने की मांग की है ताकि उन बच्चों का साल खराब न हो। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुशील सिंह ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में मांग की है कि प्रवासी मजदूरों के बच्चों की शिक्षा को लेकर सरकार एक सर्वसम्मत पॉलिसी लेकर आए ताकि उनके बच्चों का एक वर्ष खराब न हो।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के कारण दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, गुजरात आदि महानगरों से लाखों की संख्या में प्रवासी मजदूर और उनका परिवार बिहार लौट आया है। जाहिर सी बात है उन परिवारों के साथ विभिन्न राज्यों के स्कूलों में पढ़ रहे उनके बच्चे भी पढ़ाई बीच में अधूरी छोड़ कर लौटे हैं। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हैं। प्रवासी मजदूर स्कूलों से अपने बच्चों के जरूरी डाक्यूमेंट्स व सर्टिफिकेट भी नहीं ले पाए हैं। ऐसे में उन बच्चों को प्रदेश में स्थित नजदीकी स्कूलों में एडमिशन मिलने में भी परेशानी होगी।
प्रदेश अध्यक्ष ने इस संबंध में सरकार से ऐसी कोई पॉलिसी लाने की मांग की है जिससे उनका करियर खराब न हो। उन्होंने इस संबंध में सरकार को सुझाव भी दिया है कि उन प्रवासी बच्चों का उनके गांव या शहर के नजदीकी सरकारी या प्राइवेट स्कूल में उनके मां-बाप या अभिभावक के सिर्फ आधार कार्ड पर बिना किसी रोक-टोक के नामांकन तुरंत हो ताकि बच्चों का पूरा एक साल खराब न हो। इसके साथ ही उन बच्चों को निशुल्क पाठ्य पुस्तकें, किताब-पेंसिल और पोशाक की भी सुविधा उपलब्ध कराई जाए।