स्वतंत्रता दिवस पर नीतीश कुमार की 4 बड़ी सौग़ातें: शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और परिवहन में नई रफ़्तार

Jyoti Sinha

पटना के गांधी मैदान में स्वतंत्रता दिवस की उमंग और तिरंगे की शान के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहारवासियों को चार अहम सौग़ातें दीं। उनके संबोधन ने युवाओं, उद्यमियों और आम लोगों में नई उम्मीद जगाई।सबसे पहले, उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं के अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी। अब किसी भी प्रतियोगी परीक्षा के आवेदन का शुल्क सिर्फ ₹100 होगा, और मुख्य परीक्षा के लिए कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं के लिए यह कदम बड़ी मदद साबित होगा।दूसरी घोषणा स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर थी।

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में 7 नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए जाएंगे। इससे डॉक्टर बनने के इच्छुक विद्यार्थियों को अधिक अवसर मिलेंगे और दूर-दराज के इलाकों में भी बेहतर इलाज पहुंच सकेगा।तीसरी सौग़ात उद्योग जगत को मिली। बिहार में फैक्ट्री या व्यापार शुरू करने वाले उद्यमियों को सरकार सब्सिडी देगी। इससे निवेश बढ़ेगा, रोजगार के नए मौके बनेंगे और राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।चौथी घोषणा भावनाओं से जुड़ी थी। दिवाली और छठ पर्व पर बाहर काम करने वाले बिहारी लोगों की घर वापसी आसान बनाने के लिए विशेष बस सेवाएं चलाई जाएंगी, ताकि वे अपने परिवार संग त्योहार मना सकें।चुनावी वर्ष में किए गए इन ऐलानों को राजनीतिक गलियारों में बड़ा दांव माना जा रहा है। मगर संदेश साफ़ है—शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और परिवहन, इन चारों क्षेत्रों में तेजी लाकर सरकार बिहार को विकास की नई पटरी पर दौड़ाना चाहती है।

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