बिहार में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए एसीएस एस. सिद्धार्थ निरंतर प्रयासरत हैं। वे राज्य के स्कूलों में सुधार के लिए नियमित रूप से घोषणाएं कर रहे हैं और इन दिनों वीडियो कॉल के माध्यम से स्कूलों का निरीक्षण भी कर रहे हैं। हर शनिवार को उनका कार्यक्रम “शिक्षा की बात” प्रसारित होता है, जिसमें वे छात्रों और शिक्षकों के सवालों का जवाब देते हैं।शिक्षा की बात के एपिसोड-8 में, गया के शिक्षक कुमार हर्ष ने सुझाव दिया कि बिहार में एक या दो मॉडल स्कूल बनाए जाएं, जहां छात्रों का एडमिशन प्रतियोगिता के आधार पर किया जाए और शिक्षक भी इसी आधार पर चयनित किए जाएं, ताकि बच्चों को बेहतर शिक्षा मिल सके। इस पर एसीएस एस. सिद्धार्थ ने बताया कि बिहार सरकार समान शिक्षा प्रदान करने के लिए काम कर रही है।
उन्होंने आगे बताया कि शिक्षा विभाग इस प्रस्ताव पर विचार कर रहा है कि हर जिले में मॉडल स्कूलों की स्थापना की जाए, जिनसे अन्य स्कूल प्रेरित होकर अपनी सुविधाओं और शिक्षा के स्तर को सुधार सकें। सिद्धार्थ ने कहा कि पहले जिला स्तर पर इन मॉडल स्कूलों का निर्माण होगा, इसके बाद अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर भी ऐसे स्कूलों की स्थापना की जाएगी। इन स्कूलों का उद्देश्य बच्चों में भेदभाव पैदा करना नहीं है, बल्कि यह अन्य स्कूलों को बेहतर मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए बनाए जाएंगे।एस. सिद्धार्थ ने यह भी कहा कि शिक्षा में सुधार समाजिक दबाव के कारण ही संभव हो पाएगा। उन्होंने अभिभावकों, ग्रामीणों और स्थानीय समुदाय से अपील की कि वे इस प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग लें, ताकि शिक्षा के क्षेत्र में वास्तविक बदलाव लाया जा सके।