बिहार की सियासत में घमासान, महागठबंधन पर श्रवण कुमार का तंज — स्वार्थ की राजनीति का खेल

Patna Desk

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता और ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार ने महागठबंधन और तेजस्वी यादव पर सीधा हमला बोला। उन्होंने कहा कि महागठबंधन स्वार्थ पर टिका गठबंधन है, जहां लाभ दिखेगा, वहां नेता चले जाते हैं।दिल्ली में हुई तेजस्वी यादव और महागठबंधन नेताओं की बैठक पर सवाल उठाते हुए श्रवण कुमार ने कहा कि आप सबने देख लिया, उस बैठक का कोई ठोस नतीजा नहीं निकला। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि आखिर भ्रष्टाचारियों के सहारे बिहार में कौन सी सरकार बनेगी?मंत्री श्रवण कुमार ने महागठबंधन में गहराते मतभेदों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि एक तरफ महागठबंधन अरविंद केजरीवाल का समर्थन कर रहा है तो दूसरी ओर राहुल गांधी के साथ भी खड़ा दिखना चाहता है।

ऐसे में तेजस्वी यादव कैसे मुख्यमंत्री बनेंगे, यह जनता भी समझ रही है।वहीं, जब उनसे वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के भाजपा में शामिल होने की अटकलों पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने साफ कहा कि यह चुनावी मौसम है, लोग अपनी खुशी के लिए इधर-उधर आ-जा सकते हैं। अगर कोई जदयू में आता है तो उनका स्वागत किया जाएगा।मुकेश सहनी की बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल से हुई मुलाकात के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या पिछली बार ‘पीठ में खंजर’ का आरोप लगाने वाले सहनी अब बीजेपी का दामन थामेंगे?तेजस्वी यादव और कांग्रेस पर भी मंत्री ने तीखा कटाक्ष किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भीतर ही फैसला लेने की क्षमता नहीं है। कोई केजरीवाल के साथ खड़ा है तो कोई राहुल गांधी के पीछे, तेजस्वी यादव कहीं दूर-दूर तक नजर नहीं आते। उन्होंने यह भी कहा कि महागठबंधन बैठक पर बैठक करता रहेगा, लेकिन इसका विधानसभा चुनाव में कोई असर नहीं दिखेगा।

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