औरंगाबाद में कुम्हार ने दिपावली एवं छठ सहित अन्य पर्व को लेकर दिया, ढकना सहित अन्य बच्चों को खिलौना बनाने की तैयारी शुरू कर दिए हैं, लेकिन मिथलेश प्रजापत ने बताया कि चाइनिज़ लाइटिंग की वजह से मिट्टी से बने दिया की विक्री में कमी आई है।जिसके चलते पहले की अपेक्षा हमलोग दिया और मिट्टी का खिलौना का निर्माण अब 50 प्रतिशत तक कमी आई है ।
आज से कुछ साल पहले तक लोग घर तक पहुंच जाते थे दिया लेने के लिए लेकिन अब वैसा नही होता है। मार्केट में ₹ 60रुपए में छोटा दिया 100 पिस दिया जा रहा है। वहीं इससे बड़े दिया की माकेट में अलग-अलग मुल्य बिक रहे हैं वही पहले की अपेक्षा पर्व त्योहार में दिया एवं मिट्टी से बने समान का कम विक्री हो रहा है। जिसके चलते इस कार्य को समय समय पर बंद करना पड़ता है और मजदूरी करने को मजबूरी हो जाती है.