NEWSPR डेस्क। बिहार में कोरोना की दूसरी लहर करीब-करीब बेकाबू है. सरकारी आंकड़े हर रोज पिछले दिन का रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं. बीते दिन ही 4100 से ज्यादा मामले सामने आए हैं. ऐसे में ये आशंका गहरा गयी है कहीं सरकार को मजबूरी में पाबंदियां ना बढानी पड़ जाए. कोरोना के मामले लगातार बढ़ने के साथ बिहार सरकार लॉकडाउन तो नहीं पर लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगा सकती है. हालांकि इसका फैसला 17 अप्रैल के बाद होगा.
सीएम नीतीश ने पिछले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि आपदा प्रबंधन की बैठक के बाद ही कुछ पाबंदियां बढ़ाई जाएंगीं. कोरोना संकट को लेकर 17 अप्रैल को राज्यपाल की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक बुलाई गयी है. सर्वदलीय बैठक का सीधा मतलब होता है कि पूरी सियासी बिरादरी मिलकर इस चुनौती से निपटने की रणनीति बनाएगी.
17 अप्रैल की बैठक के बाद नाइट कर्फ्यू, शादी में मेहमानों की संख्या तय करने जैसे फैसले लिए जा सकते हैं. गौरतलब है कि मंगलवार को महाराष्ट्र सरकार ने बढते कोरोना केस के मद्दनेजर कई बंदिशें लागू की हैं. बुधवार को ही सीबीएसई बोर्ड 10वीं की परीक्षा रद्द करने का फैसला लिया गया तो वहीं 12वीं की परीक्षा को टालने का फैसला लिया गया है. अब माना जा रहा है कि नीतीश सरकार की नई गाइडलाइन में कई तरह की पाबंदियां लगना तय है.
फिलहाल स्कूल-कॉलेज 18 तक बंद है. शादी समारोह में 200 औक श्राद्ध में 50 लोगों के आने की अनुमति है. नई गाइडलाइन में सार्वजनिक समारोहों और शादियों में आने वालों लोगों की संख्या को 100 या 50 करने, कोरोना के ज्यादा मामले वाले जिलों में नाइट कर्फ्यू का तक किया जा सकता है.
मुख्यमंत्री ने पिछली बैठक के बाद बुलाई गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही साफ कर दिया था कि नाइट कर्फ्यू पर भी विचार किया जा रहा है. लेकिन सरकार की चिंता इस बात को लेकर भी है कि रात 10 से सुबह 5 तक के कर्फ्यू से फायदे की गुंजाइश कम ही है. सूत्र बताते हैं कि ऐसे में बिहार में 12 घंटे का नाइट कर्फ्यू भी लगाया जा सकता है.
अभी शाम सात बजे के बाद व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को बंद करने का आदेश है. बिहार सरकार शाम 7 बजे की पाबंदी को एक घंटे पहले करके शाम 6 बजे कर दे. अगर इसके बाद भी हालात नहीं सुधरते हैं ये लोगों की लापरवाही होगी जो बिहार में लॉकडाउन को न्यौता देगी.
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट…