जेपी गंगा पथ में दरार की अफवाहों पर विराम, पथ निर्माण मंत्री ने बताया — संरचना पूरी तरह सुरक्षित

Patna Desk

पटना में मरीन ड्राइव के नाम से मशहूर जेपी गंगा पथ के हाल ही में उद्घाटन किए गए हिस्से में दरार की खबरों के बाद राज्य के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने बुधवार को स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ उस स्थान का जायजा लिया, जहां दरार की आशंका जताई जा रही थी।निरीक्षण के बाद मंत्री ने स्पष्ट किया कि पुल में दरार जैसी कोई समस्या नहीं है। उन्होंने बताया कि जिस स्थान पर दरार बताई जा रही थी, वह दरअसल पुल के संरचनात्मक डिजाइन का हिस्सा है।

यह स्थान एबटमेंट के डर्ट वॉल और एप्रोच स्लैब के बीच का जॉइंट है, जो सामान्य रूप से एक्सपेंशन और कंक्रीशन के लिए छोड़ा जाता है। इस जॉइंट को ढलाई के जरिए ढका गया था, लेकिन यातायात शुरू होने के बाद कंपन की वजह से यह जॉइंट सतह पर दिखने लगा। इसे दोबारा फिलर मैटेरियल से भर दिया गया है।उन्होंने दोहराया कि पुल की संरचना पूरी तरह सुरक्षित है और जिस हिस्से को दरार बताया जा रहा है, वह तकनीकी रूप से डिजाइन का ही हिस्सा है।गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले ही जेपी गंगा पथ परियोजना के दीघा से दीदारगंज तक बने 20.5 किलोमीटर लंबे नए हिस्से का उद्घाटन किया था। यह परियोजना 3831 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हुई है और इसके पूरा होने से पटना के पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों के बीच यात्रा काफी आसान हो गई है।भविष्य में इस मार्ग का विस्तार दीदारगंज से फतुहा, बख्तियारपुर, बाढ़ होते हुए मोकामा तक और पश्चिम में बिहटा, कोईलवर तक किया जाएगा। इसके पूरा होने पर यह पटना जिले के भीतर एक वैकल्पिक और सुगम यातायात मार्ग उपलब्ध कराएगा।दरार की खबरों के बाद उपजी अफवाहों पर विराम लगाते हुए मंत्री नितिन नवीन ने आश्वासन दिया कि जेपी गंगा पथ पूरी तरह से सुरक्षित है और यातायात में किसी भी तरह का खतरा नहीं है।

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