सुशील मोदी बोले- लालू प्रसाद को राजनीति करने के लिये नहीं मिली है जमानत, उनके पटना आने से कोई जिन्न नहीं निकलने वाला

Patna Desk

NEWSPR डेस्क।

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‘ चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद जमानत पर छूटने के बाद यदि पटना आते हैं, तो इससे राजनीति को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन छवि ऐसी बनायी जा रही है, जैसे वे कोई जिन्न निकाल कर पार्टी का राज वापस ला देंगे। लालू प्रसाद रांची में राजकीय अतिथिशाला जैसी जेल में रहते हुए भी ट्विटर और मोबाइल फोन के जरिये सक्रिय थे, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में राजद की सीटें कम ही हुईं।’‘लालू प्रसाद ने भाजपा विधायक को तोड़ने और बनने के समय ही एनडीए सरकार को अस्थिर करने की नाकाम कोशिश तो फोन पर ही की थी। भ्रष्टाचार के मामले में लंबी सजा के कारण वे मुखिया का भी चुनाव नहीं लड़ सकते। जमानत उन्हें स्वास्थ्य के आधार पर मिली है, राजनीति के लिए नहीं।’‘वे जेल में रह कर या जमानत मिलने पर वर्चुअल माध्यम से यदि राजनितिक गतिविधियों में शामिल होते हैं, तो इस पर सीबीआई को संज्ञान लेना चाहिए।’‘जमानत मिलने का सबसे अच्छा उपयोग यही होगा कि लालू प्रसाद पटना में राबड़ी देवी को साथ लेकर कोरोना का टीका लें। इससे गरीबों ग्रामीणों के बीच वैक्सीन को लेकर संशय दूर होगा और टीकाकरण की गति बढेगी।’

लालू प्रसाद पर सुशील मोदी के तंज : लालू प्रसाद यादव के जेल से बाहर आने के बाद से राजनीतिक कयासों का बाजार गर्म हो गया है। बिहार की राजनीति में बड़े उलट फेर के अनुमान लगाये जा रहे हैं। ऐसे में नेता प्रतिपक्ष का सरकार गिर जाने वाली बयान से उलट फेर की संभावनाओं को और हवा मिल गई है। अब खबर आ रही है कि लालू प्रसाद RJD के स्थापना दिवस पर वर्चुअल रूप से बिहार की जनता से रूबरू होंगे। लालू प्रसाद के इस कार्यक्रम पर सुशील मोदी ने निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लालू प्रसाद पर तंज कसा। सुशील मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा है-

‘ चारा घोटाला में सजायाफ्ता लालू प्रसाद जमानत पर छूटने के बाद यदि पटना आते हैं, तो इससे राजनीति को कोई फर्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन छवि ऐसी बनायी जा रही है, जैसे वे कोई जिन्न निकाल कर पार्टी का राज वापस ला देंगे। लालू प्रसाद रांची में राजकीय अतिथिशाला जैसी जेल में रहते हुए भी ट्विटर और मोबाइल फोन के जरिये सक्रिय थे, लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव में राजद की सीटें कम ही हुईं।’

बीजेपी नेता को तोड़नेवाली बात को हवा : सुशील मोदी ने लालू प्रसाद के बीजेपी नेता को फोन कर तोड़ने वाली बात को फिर से हवा दी है। उन्होंने इस मामले पर भी ट्वीट किया और लिखा-

‘लालू प्रसाद ने भाजपा विधायक को तोड़ने और बनने के समय ही एनडीए सरकार को अस्थिर करने की नाकाम कोशिश तो फोन पर ही की थी। भ्रष्टाचार के मामले में लंबी सजा के कारण वे मुखिया का भी चुनाव नहीं लड़ सकते। जमानत उन्हें स्वास्थ्य के आधार पर मिली है, राजनीति के लिए नहीं।’

CBI से सुशील मोदी की अपील : इसके साथ ही सुशील मोटी ने सीबीआई से भी अपील की है कि लालू प्रसाद यादव अगर राजनीतिक गतिविधियों में शामिल होते हैं तो इसपर संज्ञान लिया जाये। सुशील मोदी ने ट्वीट कर लिखा है-

‘वे जेल में रह कर या जमानत मिलने पर वर्चुअल माध्यम से यदि राजनितिक गतिविधियों में शामिल होते हैं, तो इस पर सीबीआई को संज्ञान लेना चाहिए।’

लालू प्रसाद को सुशील मोदी की सलाह : इसके अलावे लालू प्रसाद को सुशील मोदी ने सलाह भी दिया है। उन्होंने कहा है कि जमानत का सही इस्तेमाल करें और पटना में राबड़ी देवी के साथ टीका लें।

‘जमानत मिलने का सबसे अच्छा उपयोग यही होगा कि लालू प्रसाद पटना में राबड़ी देवी को साथ लेकर कोरोना का टीका लें। इससे गरीबों ग्रामीणों के बीच वैक्सीन को लेकर संशय दूर होगा और टीकाकरण की गति बढेगी।’

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