बच्चों के उज्जवल भविष्य के लिए शिक्षकों की भूमिका बहुत जरुरी है, शिक्षा विभाग द्वारा शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए कई तरह के नियम कानून बनाए गए हैं शिक्षा विभाग इसे लेकर सख्ती भी दिखा रही है लेकिन वैशाली जिले के गोरौल प्रखंड में एक सरकारी स्कूल में यह तस्वीर उलट नजर आई। बच्चों को पढ़ाने के बजाय शिक्षिकाएं अपने मोबाइल में लगी रहीं। इस घटना के बाद अधिकारियों ने तुरंत कार्रवाई की है। यह मामला शिक्षकों की कक्षा में अनुशासनहीनता का गंभीर उदाहरण है, जो शिक्षा प्रणाली की गुणवत्ता पर प्रश्न उठाता है।
इस मामले के प्रकाश में आने के बाद तुरंत इस पर एक्शन लिया गया और दोनों शिक्षिकाओं पर एक्शन लेते हुए शिक्षिकाएं सलीमा खातून और जाकिया खातून का एक दिन का वेतन काटा गया है। साथ ही उनसे स्पष्टीकरण भी मांगा गया है.