NEWSPR डेस्क। किसान आंदोलन के समर्थन के लिए तेजस्वी यादव के पटना के गांधी मैदान में होने वाले धरने पर रोक लगा जिला प्रशासन ने रोक लगा दी है. जिला प्रशासन द्वारा मैदान के अंदर रहे लोगों को निकाल कर उसे सील कर दिया गया है. प्रशासन द्वारा साफ तौर पर कह दिया गया है कि गांधी मैदान धरनास्थल नहीं है इसलिए यह कार्रवाई की गई है. प्रशासन द्वारा रोक लगाए जाने और गांधी मैदान को सील किए जाने के बावजूद बाहर ही चार नंबर गेट पर कई नेता धरने पर बैठ गए हैं.
हालाँकि गाँधी मैदान से बाहर निकालने जाने के बाद आरजेडी कार्यकर्ताओं और नेताओं ने मैदान के बाहर गेट नंबर 4 पर ही धरना प्रदर्शन करना शरू कर दिया। जिसके बाद मजिस्ट्रेट ने तेजस्वी सहित राजद नेताओं को चेताया और उनसे कहा की वे जल्द ही इस प्रदर्शन को खत्म करें और साथ ही कोविड 19 के गाइडलाइन्स का हवाला देते हुए प्रदर्शन खत्म करने कि भी अपील की।
पर तेजस्वी यादव रुके नहीं और गाँधी मैदान पहुंचे। जहां एक तरफ उन्होंने वहाँ पहुंचने से पहले ट्वीट कर नीतीश सरकार को चुनौती देकर ये कहा कि रोक सको तो रोक लो वही दूसरी तरफ तेजस्वी ने फिर से एक ट्वीट किया है जहां उन्होंने सिर्फ नीतीश सरकार पर ही नहीं बल्कि मोदी सरकार पर भी निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि, “धनदाता और अन्नदाता की इस लड़ाई में हम अन्नदाता के साथ खड़े हैं। क्या किसानों के समर्थन में आवाज उठाना, उनकी आय दुगुनी करने के लिए नए कानूनों में अनिवार्य रूप से MSP की मांग करना, खेत खलिहान को बचाने की लड़ाई करना अपराध है? अगर है तो हम ये अपराध बार-बार करेंगे।”
आपको बता दे कि तेजस्वी यादव ने कल कहा था कि अगर नए कृषि विधेयक किसानों के पक्ष में है तो सरकार MSP को अनिवार्य रूप से लागू क्यों नहीं करती ? हम पूर्णत: किसानों के साथ खड़े है, आगे भी रहेंगे. किसानों को फसल का उचित दाम और न्याय दिलाने के लिए कल सुबह 10 बजे से गांधी मैदान पटना में गांधी मूर्ति के सामने संकल्प लेंगे.
READ ALSO : कृषि कानूनों के प्रदर्शन को लेकर तेजस्वी यादव की नीतीश सरकार को खुली चुनौती, कहा – “रोक सको तो रोक लो”
इसके अलावा तेजस्वी ने नीतीश सरकार को घेरते हुए कहा कि बिहार के सीएम ने कोरोना को लेकर कमिटी बनाने की बात कही थी. सदन को गुमराह कर सिर्फ मीडिया में बातों की हवा बनायी जाती है. ऐसी सरकार जो झूठी सरकार हो. पहली बार एनडीए सरकार में परम्परा चल रही. झूठ बोलो, शानदार बोलो और बारबार बोलो. जो अधिकारी दिया उसे पढ़कर बोल दिया.
READ ALSO : तेजस्वी यादव के मंसूबों पर जिला प्रशासन ने फेरा पानी, धरना को लेकर नहीं दी अनुमति