NEWSPR डेस्क। बिहार के गया जिले से एक बड़ी खबर सामने आ रही है. जहाँ डीपीआरओ राजीव के खिलाफ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है। कार्यालय में ही काम करने वाली एक युवती ने वर्क प्लेस पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया है। पीड़िता ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी चिट्ठी लिखकर न्याय की मांग की है। मामला सामने आने पर डीएम डॉ त्याग राजन ने जांच के आदेश दिए हैं।
पीड़िता ने बताया कि DPRO राजीव अपने काले शीशे वाले चैंबर में लैपटॉप का बहाना बना कर अंदर बुलाए थे। इसके बाद डांटना शुरू कर दिया। मेरी आंखों से आंसू आ गए। मौके पर उनका ड्राइवर भी मौजूद था। उस ड्राइवर को पानी लाने के बहाने बाहर भेज दिया। डीपीआरओ मेरे पास आकर मुझे पकड़ लिया। इसके बाद गंदी हरकतें की। वहां से भागने की कोशिश की तो उन्होंने पीछे से पकड़ लिया। फिर कहने लगें कि यह बातें किसी भी तरह से बाहर आईं तो अंजाम अच्छा नहीं होगा। तुम्हें इतनी दूर भेज देंगे कि तुम कल्पना भी नहीं कर सकती हो।’
वहीं, डीपीआरओ राजीव का कहना है कि जिस नाम से युवती की ओर से शिकायत की गई है। उस नाम की कोई लड़की या महिला हमारे दफ्तर में नहीं है। यह आरोप पूरी तरह से गलत है। लेकिन, मुख्यमंत्री को भेजी गई चिट्ठी को लेकर सवाल किया गया तो राजीव भड़क गए। उन्होंने यह भी कहा कि ‘जांच से क्या होता है। जांच होने दीजिए। हमने लिख कर दे दिया है कि जिस नाम से मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिख कर आरोप लगाया है। उस नाम की कोई कर्मी ही नहीं है।’