मुंगेर मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर असरगंज प्रखंड के रहमतपुर पंचायत अंतर्गत प्राथमिक विद्यालय मसुदनपुर आज शिक्षा विभाग के दावों का पोल खोलता नजर आ रहा है। जहां गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा की तो बात दूर है विधालय तक जान के लिय कोई सड़क ही नही है । सड़क नहीं रहने के कारण खेतों में पगडंडी के सहारे बच्चों को विद्यालय जाना पड़ रहा है।
सड़क नहीं रहने के कारण बारिश के मौसम में बच्चों एवं शिक्षकों को ज्यादा परेशानी होती है। उक्त विद्यालय के बच्चे कीचड़मय पथ पर अक्सर फिसल कर गिर जाते हैं। प्राथमिक विद्यालय मसुदनपुर में बच्चों को कच्ची कांवरिया पथ से 200 मीटर खेत के पगडंडी के सहारे विद्यालय जाना पड़ता है। विद्यालय में बच्चों की संख्या 77 है एवं तीन शिक्षक पदस्थापित हैं। और इतने बच्चों को बैठने के लिय मात्र एक कमरा और एक बरामदा है । जहां बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिल पाना संभव नहीं है । बच्चों ने बताया की सड़क नही होने के करना स्कूल तक खेतों के पगडंडी से हो कर गुजरना पड़ता है। जिससे उन्हें काफी परेशानी होती है । प्रधानाध्यापक नूर आलम ने बताया कि रास्ता नहीं रहने के करण बच्चों और शिक्षकों को विधालय तक आने में काफी परेशानी होती है। साथ ही बगल में नहर है जहां बच्चों के गिर जाने का खतरा बना रहता है । इसके संबंध में विभाग को कई बार रिपोर्ट भेजी गयी है। पर कोई सुनने वाला नहीं है। विधालय में एक कमरा और एक बरामद में पढ़ाई होता है जबकि एक कमरा को गंववालों ने अतिक्रमण कर रखा है ।