मुंगेर जिले के रामनगर थाना क्षेत्र स्थित नौआगढ़ी सिंहेश्वर टोला में देर रात आए तेज तूफान ने एक परिवार की खुशियां उजाड़ दीं। दिव्यांग विजय मंडल अपने परिवार के साथ सो रहे थे, तभी तेज हवा में उनके घर के पीछे खड़ा एक विशाल मोहगनी का पेड़ उखड़कर मकान पर आ गिरा। हादसे में कच्चा मकान पूरी तरह ढह गया और पूरा परिवार मलबे में दब गया।
इस दर्दनाक हादसे में विजय मंडल की पत्नी लीला देवी की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि विजय मंडल और उनके चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए। लीला देवी भी अपने पति के साथ मजदूरी कर परिवार का पालन-पोषण कर रही थीं। अब यह परिवार गहरे दुख में डूबा हुआ है और गांव में शोक का माहौल छाया हुआ है।मुजफ्फरपुर में ओलावृष्टि से किसानों की फसलें बर्बादवहीं दूसरी ओर मुजफ्फरपुर जिले के औराई प्रखंड समेत कई इलाकों में मौसम ने शाम होते-होते रौद्र रूप धारण कर लिया। तेज हवा और बारिश के साथ जबरदस्त ओलावृष्टि हुई, जिसने खेतों में खड़ी फसलें तबाह कर दीं।किसानों का कहना है कि गेहूं, खेसारी, आम और लीची की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। भरथुआ की महिला किसान जानकी देवी ने बताया कि उन्होंने कर्ज लेकर फसल लगाई थी, लेकिन अब सब कुछ तबाह हो गया है। वहीं मधुबन बेसी के किसान विंदेश्वर भंडारी ने बताया कि अब गुजारे के लाले पड़ गए हैं।सरकार से फौरन मुआवजे की मांगकिसानों ने सरकार से फसल क्षति का सर्वेक्षण कराने और उचित मुआवजे की मांग की है।
उनका कहना है कि बीते वर्षों की तुलना में इस बार की ओलावृष्टि सबसे ज्यादा नुकसानदेह साबित हुई है।आपदा प्रबंधन पर उठे सवालएक ओर तूफान से घर उजड़ गया, तो दूसरी ओर खेतों में ओलों ने तबाही मचा दी। इन दोनों घटनाओं ने बिहार के आपदा प्रबंधन सिस्टम की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं।मौसम विभाग का अलर्ट जारीमौसम विभाग ने बिहार के 25 जिलों में तेज हवाओं, बिजली गिरने और गरज-बरसात की आशंका को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं, 13 जिलों में हल्की बारिश और मध्यम गति की हवाओं को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है।