जेसीबी मशीन तो आप सब ने देखी ही होगी…अरे वही जगह-जगह खुदाई करने वाली मशीन जिसके काम से आप सभी परिचित होंगे. लेकिन क्या आप जानते हैं कि जेसीबी का रंग पीला क्यों होता है? हम आपके लिए आज इसी सवाल का जवाब लेकर आए हैं. लेकिन जेसीबी के रंग के बारें में जानने से पहले उससे जुड़ी जानकारियों के बारें में जानना बहुत जरुरी है. जेसीबी को आमतौर पर खुदाई करते देखा जा सकता है, यह दुनिया भर में अपने उपयोगिता के लिए बहुत ही प्रसिद्ध है.
बात करें जेसीबी की तो यह नाम कंपनी का है, लेकिन इस खुदाई वाले वाहन में जेसीबी लिखे होने से भारतीय लोगों ने इस मशीन को जेसीबी ही नाम दे दिया है, असल में यह मशीन एक्सकैवेटर के नाम से जानी जाती है. जेसीबी, मशीन बनाने वाली एक ब्रिटिश कंपनी है और इसका मुख्यालय स्टैडफोर्डशायर, इंग्लैंड में है. कंपनी का नाम इसके संस्थापक जोसेफ सिरिल बमफोर्ड (JCB) के नाम पर रखा गया है. इसके प्लांट दुनिया के चार महाद्वीपों में फैले हुए हैं.
जेसीबी अपनी तरह की दुनिया में पहली मशीन थी जिसे 1945 में लॉन्च किया गया था. इसके संस्थापक ने इसके नाम के लिए बहुत तलाश किया लेकिन अंततः उन्होंने इसे अपने ही नाम पर रख दिया. सबसे रोचक बात यह है कि जेसीबी पहली प्राइवेट ब्रिटिश कंपनी है जिसने भारत में अपनी फैक्ट्री लगाई थी, अब भारत में इसके बेहतर उत्पादन और आसानी के चलते इस मशीन का सबसे ज्यादा निर्यात भारत से ही किया जाता है. दुनिया भर के कई देशों में इसे भेजा जाता है.
आपको जानकर हैरानी होगी की दुनिया की सबसे तेज ट्रैक्टर ‘फास्ट्रैक’ का निर्माण जेसीबी कंपनी ने ही 1991 में किया था. इसकी अधिकतम गति 65 किलोमीटर/घंटा थी. आज तक अब इतनी तेज गति वाली ट्रैक्टर नहीं बनाई गई है. जेसीबी एक्सकैवेटर, व्हिल्ड लोडर, ट्रैक्टर, मिलिट्री वाहन, डीजल मैक्स, वाइब्रो मैक्स का निर्माण करती है, यहां तक कि कंपनी ने कंस्ट्रक्शन साइट पर काम करने वालों को ध्यान में रखते हुए फोन का भी निर्माण करने का लाइसेंस ले रखा है.
वर्तमान में जेसीबी मशीन की एक्स-सीरीज इसकी अपडेटेड वर्जन है. भारत में इस मशीन का खूब उपयोग किया जाता है, यह आसानी से कहीं भी दिख जाती है, इसलिए कंपनी की कुल कमाई का 17.5 प्रतिशत भारत से आता है. जब जेसीबी कंपनी को शुरु किया गया था तब इसमें सिर्फ 6 लोग शामिल थे लेकिन अब दुनियाभर में इसके 11 हजार कर्मचारी है. कंपनी की फरीदाबाद, पुणे व जयपुर में फैक्ट्रियां है.
बात करें जेसीबी मशीन के रंग की तो पहले इसे लाल व सफेद रंग में रखा जाता था लेकिन सुरक्षा कारणों से इसका रंग बदल कर पीला कर दिया गया. दरअसल, पीला रंग कम रोशनी में भी साफ नजर आता है जिससे अंधेरे में भी किसी को पता चल जाएगा कि खुदाई चल रही है.
पीला रंग आंखो पर जल्दी पड़ता है और ध्यान में आ जाता है. इसलिए आजकल अधिकतर कंस्ट्रक्शन वाहनों को पीले रंग में रखा जाता है ताकि साइट पर किसी भी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके. जेसीबी मशीन और उसकी खुदाई हाल ही में देश भर में चर्चा का विषय थी. इसके पीले रंग की वजह सुरक्षा कारण है, कंपनी अपने अधिकतर वाहन को इसी रंग में बेचती है.