एक जून को बिहार में लॉकडाउन 3 खत्म होने जा रहा है. लेकिन सवाल क्या अभी और बढ़ेगा लॉकडाउन? 29 मई को बिहार सरकार लॉकडाउन पर समीक्षा करेगी. सभी जिलों के डीएम से लॉकडाउन पर फीडबैक लिया जाएगा. पूछा जाएगा कि लॉकडाउन और बढ़ाया जाए या कुछ सख्ती के साथ अनलॉक की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है. इस बीच कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) बिहार के तत्वावधान में शुक्रवार को प्रदेश के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान के साथ एक वर्चुअल संवाद आयोजित किया गया.
मंत्री ने व्यवसायियों की समस्याओं को सुना और उस पर विचार करने का आश्वासन दिया. कैट के बिहार प्रदेश अध्यक्ष अशोक कुमार वर्मा ने कोरोना काल में आ रही चुनौतियों की जानकारी दी. वर्चुअल संवाद में लॉकडाउन की अवधि बढऩे पर व्यवसायियों को अधिक छूट दिए जाने की मांग उठी.
सीतामढ़ी जिले के अध्यक्ष राजेश कुमार सुंदरका ने मंत्री को सीतामढ़ी की समस्याओं से अवगत कराया. कैट बिहार की तरफ से चेयरमैन कमल नोपानी व वरिष्ठ उपाध्यक्ष मुकेश नंदन ने पटना सहित पूरे प्रदेश की जानकारी दी.
भोजपुर के अध्यक्ष प्रेम पंकज ने कहा कि हम व्यवसायियों द्वारा राज्य के करीब 30 से 40 प्रतिशत लोगों को रोजगार दिया गया है, इसलिए सरकार व्यवसायियों के बिजली के फिक्स चार्ज, इंश्योरेंस, बैंक का ब्याज माफ कर दे. उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे व्यवसायी, दुकानदार, ठेला, खोमचा, रेहड़ी लगाने वाले एवं रोज कमाने-खाने वाले को सरकार विशेष पैकेज के तहत राशि देने की व्यवस्था कराए, ताकि लॉकडाउन में हुई क्षति की भरपाई हो सके. बबल कश्यप ने कहा कि अगर सरकार एक जून से पुन: लाकडाउन बढ़ाती है तो उसमें व्यवसायियों को और अधिक छूट मिलनी चाहिए.
मंत्री ने कहा कि मैं बहुत जल्द सीतामढ़ी का दौरा करूंगा और नदी, रेलवे ब्रिज, बाईपास, पार्क, उद्योग की समस्याओं पर चर्चा करूंगा. मैं 20 सूत्रीय कमेटी में व्यापारियों की भी भागीदारी सुनिश्चित करूंगा.