NEWSPR DESK- patna– मुख्यमंत्री कौन है मुख्तार अंसारी वाराणसी के 8 साल पुराने चर्चित मानना सिंह मर्डर केस में विधायक मुख्तार को एजी फास्ट ट्रैक कोर्ट से बाइज्जत बरी कर दिया गया था NEWSPR आपको इस बाहुबली की लाइफ से जुड़ी बातें बता रहा है।
पहली बार 1988 का साल चल रहा था और उसी दिन दुनिया में पहली बार मुख्तार का नाम क्राइम की दुनिया में आया था मंडी परिषद की ठेकेदारी को लेकर लोकल ठेकेदार सच्चिदानंद राय की हत्या के मामले में मुख्तार का नाम सामने आया था।
क्राइम के इतिहास में मुख्तार अंसारी का नाम दर्ज होता चला गया 1990 का दिन था जब माफिया डॉन बृजेश सिंह से हुई थी दुश्मनी गाजीपुर जिले के तमाम सरकारी ठेकों पर बृजेश सिंह गैंग ने कब्जा शुरू कर दिया अपने काम को बनाए रखने के लिए मुख्तार अंसारी के गिरोह से उनका सामना हुआ और वही वक्त था जब बृजेश सिंह के साथ इनकी दुश्मनी शुरू हो गई और सिलसिला चलता रहा।
साल 1996 का दो ऐसा वारदात जिसे मुख्तार अंसारी पर लगातार शिकंजा भी कस्ता चला गया इसके बाद सरकारी ठेके शराब के ठेके कोयले के काले कारोबार को बाहर रहकर हैंडल करना शुरू कर दिया 1996 में एसपी उदय शंकर पर जानलेवा हमले में उनका नाम एक बार फिर सुर्खियों में आया 1996 में मुख्तार पहली बार एमएलए बने उन्होंने बृजेश सिंह की सत्ता को हिलाना शुरू कर दिया 1997 में पूर्वांचल के सबसे बड़े कोयला व्यवसाय रुकटा के अपहरण के बाद उनका नाम क्रीम के दुनिया में चर्चा में आ गया।
साल 2002 का वर्ष चल रहा था तभी उन पर आरोप लगा बृजेश सिंह ने मुख्तार अंसारी के काफिले पर हमला कराया इसमें कुख्यात मुख्तार के तीन लोग मारे गए बृजेश सिंह घायल हो गया इसके बाद मुख्तार अंसारी पूर्वांचल में अकेले गैंग लीडर बनकर उभरने लगे।
साल 2005 का सिलसिला चल ही रहा था कि अक्टूबर 2005 में मऊ जिले में हिंसा भर के इसके बाद उन पर कई आरोप लगा शुरू हो गया हालांकि वह सभी खारिज भी हो गए इस दौरान उन्होंने गाज़ीपुर पुलिस के सामने आत्म समर्पण कर दिया तभी से वह जेल में बंद है इस दौरान कृष्णानंद राय से मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी चुनाव हार गए मुख्तार पर आरोप है कि उन्होंने शार्प शूटर मुन्ना बजरंगी और अतिकुर रहमान उर्फ बाबू की मदद से पांच साथियों सहित कृष्णानंद राय की हत्या कर दी थी।
एक के बाद एक मुख्तार अंसारी का नाम दर्ज होते चला गया आप पर आरोप लगाते हुए चले गए कृष्णानंद राय हत्या मामले में कैसे भी हुआ और इस हमले का एक महत्वपूर्ण गवाह शशिकांत राय 2006 में रहस्यमय परिस्थितियों में मिर्च पाया गया था मुख्तार अंसारी की हत्या के लिए बृजेश सिंह ने लंबू शर्मा को 6 करोड रुपए की सुपारी दी थी इसका खुलासा साल 2014 में लंबू शर्मा के गिरफ्तारी के बाद हुआ था इसके बाद से जेल में अंसारी की सुरक्षा भी बढ़ा दी गई थी।