तेजस्वी के पास व्यक्तिगत, राजनैतिक, नैतिक और समझ के तौर पर कोई योग्यता नहीं कि वह किसी पर प्रश्न खड़ा कर सके : अनामिका सिंह पटेल

Patna Desk

 

NEWSPR DESK-बिहार भाजपा की प्रवक्ता और विधान पार्षद अनामिका सिंह पटेल ने आज राजद पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि राजद नेता तेजस्वी यादव के पास व्यक्तिगत, राजनैतिक, नैतिक और समझ के तौर पर कोई योग्यता नहीं कि वह किसी पर प्रश्न खड़ा कर सके। उन्होंने कहा कि जिस तरह से हाल के दिनों में वे बेतुका बयान दे रहे हैं, उससे साफ है कि वे व्यक्तिगत और राजनीतिक पतन की ओर बढ़ चुके हैं। वे खबरों में बने रहने के लिए ऐसा बोल रहे हैं।

 

भाजपा मीडिया सेंटर में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए श्रीमती पटेल ने कहा कि तेजस्वी यादव के पास नैतिक अधिकार नहीं कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी, एनडीए या भाजपा को लेकर कुछ बोल सके।

 

 

उन्होंने राजद काल के शासन काल मे जंगलराज की चर्चा करते हुए कहा कि यह आज बहुत आसान शब्द लगता है, लेकिन उस दौर में महिला कितनी असुरक्षित थी, यह जानना जरूरी है। बिहार उर्वरता और कर्मठता की भूमि रही है लेकिन लालू प्रसाद और राबड़ी देवी के राज में अपराध उद्योग बन गया था।

 

 

उन्होंने कहा कि आज वे दलित वोट मांगने के लिए ढोंग और दलितों के साथ खड़े होने का स्वांग रचते हैं। उनके दौर में एक दलित आईएएस अधिकारी की पत्नी, पत्नी की माँ, भतीजी और नौकरानियों के साथ शारीरिक शोषण होता रहा लेकिन आईएएस अधिकारी कुछ बोल नहीं पाए, समझा जा सकता है कि उस दौर में किस कदर नेता और अपराधियों, अधिकारियों का सांठगांठ था।

 

 

 

 

श्रीमती पटेल ने कहा कि यह राजनीतिक विषय नहीं हो सकता, यह विषय समझने की है। अगर ये जीत गए तो ये लोग फिर से आएंगे और ऐसे कांडों की पुनरावृत्ति होगी। इनके लिए अपने परिवार की महिलाओं को विधायक, सांसद बनाने के अलावा कुछ नहीं है। आज सिंगापुर से इनकी बेटी आती है और चुनाव मैदान में उतर जाती है। आज विषय बिहार के भविष्य का होना चाहिए।

 

 

 

ये लोग जाति से भावुक अपील कर वोट लेते रहे हैं, लेकिन इनसे पूछना चाहिए कि आपने अपनी जाति के कितने लोगों को आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, इंजीनियर बनवाया। उन्होंने कहा कि सरकारें बनेंगी, आती – जाती रहेंगी लेकिन बिहार कैसा हो इसपर बात होनी चाहिए। लालू प्रसाद के पास परिवार के अलावा कुछ भी नहीं है, ये बिहार का विकास नहीं कर सकते हैं।

 

 

 

 

उन्होंने राजद को समाज को बांटने और तोड़ने का प्रतीक बताते हुए कहा कि ऐसे लोगों को परास्त होना समाज, प्रदेश, देश के भविष्य के लिए सुखद है। कहा जाता है कि सभ्यता का पतन होगा तो सभ्यता फिर पनप सकती है लेकिन जब नैतिकता, संस्कृति का पतन होता है तो वह खड़ा नहीं होता।

 

 

 

 

विधान पार्षद श्रीमती सिंह ने कहा कि बिहार के युवा जागृत भाव से भरे हुए हैं, उन्हें पता है उन्हें कैसा प्रदेश और देश चाहिए , इस कारण इस चुनाव में वे राजद की भावुक अपील में नहीं आने वाले हैं। वे देश और प्रदेश के उज्जवल भविष्य को लेकर वोट करेंगे और देश में एनडीए को 40पार कराने में योगदान देंगे।

 

 

 

 

 

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