पटना मेट्रो परियोजना अब अपने अंतिम मोड़ पर है। राजधानीवासियों के लिए मेट्रो में सफर करने का सपना जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है। अगर सब कुछ तय समय पर पूरा हुआ, तो इस साल 15 अगस्त को पटना में मेट्रो का पहला चरण शुरू हो जाएगा। इसके लिए पूरे शहर में ज़ोर-शोर से तैयारियाँ चल रही हैं।
मेट्रो की बोगियां पटना पहुंच चुकी हैं, और प्राथमिकता कॉरिडोर पर 95% से अधिक निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। ट्रैक बिछाने और केबल फिटिंग जैसे तकनीकी कार्य भी अब समापन की ओर हैं। स्टेशन परिसरों में एस्केलेटर और लिफ्ट लगाने का कार्य लगभग पूरा हो चुका है। जुलाई के अंत तक मेट्रो का पहला ट्रायल रन प्रस्तावित है।
सरकार का मकसद है कि मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी तक के एलिवेटेड रूट (6.49 किलोमीटर) को पहले चरण में चालू किया जाए। इस रूट में मलाही पकड़ी, खेमनीचक, भूतनाथ, जीरो माइल और पाटलिपुत्र बस टर्मिनल स्टेशन शामिल होंगे।
रखरखाव की जिम्मेदारी DMRC को
बिहार कैबिनेट ने पटना मेट्रो के संचालन और रखरखाव के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (DMRC) को जिम्मेदारी सौंप दी है। यह अनुबंध अगस्त 2025 से मार्च 2028 तक के लिए होगा, जिसकी कुल लागत ₹179.37 करोड़ (अतिरिक्त सेवा कर सहित) तय की गई है।
इस फैसले से यह साफ है कि सरकार मेट्रो को समय पर और उच्च गुणवत्ता के साथ शुरू करने को लेकर गंभीर है। अब पटना भी उन शहरों की सूची में शामिल होने को तैयार है, जहां मेट्रो सफर का हिस्सा बन चुका है।