NEWS PR DESK- हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए जानते हैं आज के शुभ, अशुभ मुहूर्त…
पं. ऋभुकांत गोस्वामी के अनुसार, 25 अगस्त, सोमवार, शक संवत् : 03 भाद्रपद (सौर) 1947, पंजाब पंचांग: 10 भाद्रपद मास प्रविष्टे 2082, इस्लाम: 01, रबि-उल्लावल, 1447 विक्रमी संवत्: भाद्रपद शुक्ल द्वितीया दोपहर 12.35 बजे तक पश्चात तृतीया तिथि, उत्तरा फाल्गुनी नक्षत्र रात्रि 03. 50 बजे तक, चंद्रमा सिंह राशि में प्रातः 08.29 बजे तक उपरांत कन्या राशि में। सूर्य दक्षिणायन। सूर्य उत्तर गोल। वर्षा ऋतु। प्रातः 07.30 मिनट से प्रातः 09 बजे तक राहुकालम्। श्री वराह जयंती।
अभिजित मुहूर्त- 11:57 ए एम से 12:49 पी एम
विजय मुहूर्त- 02:32 पी एम से 03:24 पी एम
गोधूलि मुहूर्त- 06:50 पी एम से 07:12 पी एम
सायाह्न सन्ध्या- 06:50 पी एम से 07:57 पी एम
अमृत काल- 08:06 पी एम से 09:49 पी एम
आज के अशुभ मुहूर्त-
राहुकाल- 07:32 ए एम से 09:09 ए एम
यमगण्ड- 10:46 ए एम से 12:23 पी एम
गुलिक काल- 02:00 पी एम से 03:37 पी एम
विडाल योग- 05:56 ए एम से 03:50 ए एम, अगस्त 26
वर्ज्य- 09:49 ए एम से 11:32 ए एम