NEWSPR डेस्क। बिहार 20-20 चुनाव को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने कहा है कि भाजपा चुनाव में निरंतर परास्त हो रही है। ऐसे में वह मतदाताओं को प्रभावित करने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है। वह मतदान प्रक्रिया को भी प्रभावित कर रही है। इसी क्रम में वह मतदाताओं को बरगलाने के लिए मुफ्त कोरोना का टीका देने का वादा कर रही है। यह पूरी तरह से चुनाव आयोग के निर्देशों का उल्लंघन है।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव मंडल के सदस्य रामबाबू कुमार ने कहा कि पहले भी देश की विभिन्न सरकारों ने पोलियोए डीबीटी एचेचक आदि बीमारियों के मुक्ति के लिए मुफ्त टीके लगाएए लेकिन उसे चुनाव में कभी भुनाया नहीं।वैक्सिंन कमेटी के अध्यक्ष डॉक्टर पाल ने कह दिया है कि मुफ्त वैक्सिंन देना अभी संभव नहीं है। ऐसे में भाजपा किस आधार पर मुफ्त टीका देने की बात कह रही है ।
उन्होंने कहा कि मुफ्त में टीका देकर वोट लेने का यह मामला विश्व का अकेला उदाहरण है। सभी कल्याणकारी राज्य में टीकाकरण राज्य का प्राथमिक दायित्व होता है। इसे कभी चुनावी घोषणा पत्र नहीं बनाया जा सकता है। बावजूद उसके चुनाव में हारती हुई भाजपा ने मतदाताओं को ठगने और रिझाने के लिए मुफ्त की घोषणा कर दी है ।
चुनाव आयोग को अपने फैसले पर विचार करना चाहिए और दूरदर्शिता दिखाते हुए भाजपा के कदम को चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन माना जाना चाहिए। भाजपा पर इस नियम के उल्लंघन के मामले में कार्रवाई होनी चाहिए।