NEWSPR डेस्क। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ड्रीम प्रोजेक्ट शराबबंदी को पलीता लगाने में उनकी पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ रही है. जिन पुलिसवालों के कन्धों पर बिहार में शराबबंदी कानून का सख्ती से पालन कराने की जिम्मेदारी है, वो ही थाने पर शराब का सेवन कर रहे हैं. मामला खगड़िया में एक सब-इंस्पेक्टर शराब के नशे में ड्यूटी करने थाना पहुंच गया. पुलिस अधीक्षक को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने आरोपी का मेडिकल टेस्ट कराने को कहा. मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि हुई. इसके बाद आरोपी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया गया.
आपको बता दें कि खगड़िया जिले के गोगरी थाना के सब-इंस्पेक्टर अरुण कुमार झा को शराबबंदी कानून का उल्लंघन करने के आरोप में पकड़ा गया है. खगड़िया के एसपी अमितेश कुमार का कहना है कि गुप्त सूचना मिली थी कि गोगरी थाना में एक दारोगा अरुण कुमार झा नशे की हालत में ड्यूटी कर कर रहा है. सूचना के आधार पर गोगरी थाना प्रभारी पवन कुमार को दारोगा अरुण कुमार का मेडिकल जांच कराने का निर्देश दिया गया. जांच में सब-इंस्पेक्टर द्वारा शराब पीने की पुष्टि हुई. इसके बाद आरोपी दारोगा पर मधनिषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज करते हुए गिरफ्तार कर जेल भेजने का निर्देश दिया गया.
बिहार में पूर्ण शराबबंदी है. इसका उल्लंघन करने वलों पर सख्त कार्रवाई का आदेश दिय गया है. पुलिस इस मामले में अक्सर ही कार्रवाई करती रहती है. लेकिन, जब खुद ही पुलिसवाला शराब पीकर ड्यूटी करने लगे तो इसे क्या कहियेगा? मेडिकल जांच में शराब पीने की पुष्टि होने के बाद शराबबंदी कानून के तहत कार्रवाई करते हुए आरोपी दारोगा के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई और गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.