NEWSPR डेस्क। कैमूर के कुदरा प्रखंड अंतर्गत नेवराश गांव में खनन माफियाओं के द्वारा जबरदस्त मिट्टी व बालू की अवैध खनन की जा रही है। बता दें कि लगभग 10 एकड़ सिंचित भूमि में तकरीबन 35 फीट गड्ढा खोदकर अवैध तरीके से बालू और मिट्टी का निकासी किया जा रहा है। जिसे लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है।
अवैध खनन को रोकने के लिए ग्रामीणों के द्वारा पुलिस से लेकर खनन विभाग के पदाधिकारी के अलावे अंचलाधिकारी कुदरा को कई बार सूचना दिया गया लेकिन ग्रामीणों ने बताया कि अंचलाधिकारी द्वारा लगातार टालमटोल कर अपनी जिम्मेदारी खनन पर थोप देते है। लेकिन किसी पदाधिकारियों के द्वारा अभी तक अवैध खनन को रोका नहीं गया। लगभग 35 फीट मिट्टी काटकर बालू को निकाला जा रहा है। लेकिन प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है।
लगभग 10 एकड़ के भूखंड में 35 से 40 फीट तक मिट्टी निकासी की जा चुकी है। वही आसपास के खेतो की मेड टूट कर बर्बाद हो रही है और इसका खामियाजा सीधे किसान भुगत रहे हैं। हालांकि अपनी जमीन को भी अगर दो फिट से ज्यादा जमीन मालिक अगर गड्ढा करता है तो उसे अंचलाधिकारी या फिर संबंधित खनिज विभाग के पदाधिकारी से परमिशन लेनी पड़ती है लेकिन नहीं मिट्टी खोदने या फिर खुदवाने वाला बल्कि यूं कहें जमीन मालिक परमिशन लेना उचित ही नहीं समझे जिले के कुदरा प्रखंड के नेवराश गांव मे गड्ढे ही नहीं बल्कि 35 से 40 फीट बालू और मिट्टी खुदाई कर माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से ढोया जा रहा है। और बालू माफियाओं के आतंक से गांव के लोग परेशान हो गए हैं।
वहीं आसपास के किसानों ने बताया कि बरसात के दिनों में इसमें पानी भर जाता है जिसमें कई मवेशी डूब कर अपनी जान गवा चुके हैं इतना ही नहीं विगत वर्ष गांव का ही एक व्यक्ति का इकलौता बेटा भी इस गड्ढे में डूब कर अपनी जान गवा बैठा है। अवैध है खुदाई को लेकर गांव के लोगों में काफी आक्रोश है लोगों का कहना है कि यदि प्रशासन इसके ऊपर पहल नहीं करती है तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। वही इस संबंध में नेवरास पंचायत के मुखिया धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ पिंटू ने बताया कि लगभग 2 साल से बेतहाशा अवैध खनन का खेल जारी है इस गड्ढे में डूबने से गांव के ही व्यक्ति के इकलौते बेटे की मौत हो चुकी है।
इसके बावजूद भी इस वर्ष भी यहां अवैध खनन का कार्य जारी है वही ग्राम पंचायत का मुखिया होने के नाते लोगों की शिकायत पर इस समस्या को लेकर मेरे द्वारा खनन पदाधिकारी को पूर्व में मौखिक के अलावा लिखित सूचना दिया गयाथा कि कुदरा प्रखंड के नेवरास पंचायत में 30 से 35 फीट गहरा मिट्टी खुदाई करके बालू निकाला जा रहा है इसके बावजूद भी जैसे जैसे दिन बीतता गया अभी तक न खनन पदाधिकारी मौके पर पहुंचे नहीं कोई भी पुलिस पदाधिकारी पहुंचे है। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों में इतना आक्रोश है की मिट्टी निकासी के रास्ते को जेसीबी से खुदाई करके ब्लॉक कर दिया है। लेकिन भू माफिया अपने दबंगई के बल पर फिर दोबारा बालू निकालने की ग्रामीणों को धमकी दे रहे हैं।
इतना ही नहीं एक किसान ने बताया कि मेरी जमीन में से भू माफियाओं के द्वारा जबरदस्ती बालू और मिट्टी निकाला जा रहा है जब मेरे द्वारा मना किया गया तो उन लोगों के द्वारा मेरे साथ मारपीट किया गया और जान से मारने की धमकी भी दिया गया। भू माफियाओं के आतंक से ग्रामीण जनता त्रस्त है। इतना ही नहीं उसी गांव के रहने वाले कैमूर न्यायालय के अधिवक्ता कामता सिंह ने बताया कि इस गड्ढा के बगल में मेरा बागवानी है और इस 35 फीट गहरी खुदाई की वजह से बागवानी की मिट्टी और पेड़ बारिश के दिन में इस गड्ढे में गिर जाते हैं।
जिससे प्रत्येक साल 20 से 25 डिसमिल जमीन कट कर इस गड्ढे में चली जाती है और इन भू माफियाओं के द्वारा उस मिट्टी को निकाल लिया जाता है। अब देखना यह होगा कि सुशासन बाबू के राज मे धरातल पर भी खनन बंद होगा या फिर केवल कागजों में सिमट कर रह जाएगा आगे देखना यह होगा कि प्रशासन कब भू माफियाओं को पकड़ कर कार्रवाई करती है या मामला रफा-दफा हो जाएगा। इस संबंध में जिला खनिज पदाधिकारी कार्तिक कुमार ने कहा कि अभी तक कोई जानकारी नहीं थी मामला मीडिया के माध्यम से संज्ञान में आया है उसकी जांच की जाएगी जो भी लोग दोषी पाए जाएंगे उनके ऊपर कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी।
कैमूर/भभुआ से (ब्रजेश दुबे) की रिपोर्ट