NEWSPR DESK- कहते हैं कि गन्ने की खेती मेहनतकश किसानों के लिए ही होती है.लेकिन साल में एक बार उपज देने वाली गन्ने की खेती से किसानों को साल में एक बार बंपर उत्पादन मिलता है. आपको बता दे की गन्ने की फसल में अप्रैल, मई और जून के महीने में निराई-गुड़ाई करनी होती है. इसके अलावा इन दिनों में कीटों का प्रकोप भी ज्यादा रहता है. जिनका समय पर नियंत्रण करना जरूरी होता है. गन्ना किसानों के लिए मई, जून और जुलाई का महीना बेहद ही महत्वपूर्ण होता है. इन तीन महीनों में किसान अगर बेहतर देखभाल कर लें. तो गन्ने की फसल से बंपर उत्पादन मिलेगा और उनकी फसल रोग रहित भी होगी.
उत्तर प्रदेश गन्ना शोध संस्थान के प्रसार अधिकारी डॉ. संजीव पाठक ने बताया कि जिन किसानों ने फरवरी और मार्च में गन्ने की बुवाई की है. उनके लिए यह समय बेहद ही महत्वपूर्ण है. क्योंकि अब गन्ने का जमाव होने के बाद तेजी के साथ कल्ले निकल रहे हैं. मौजूदा तापमान कल्ले निकलने के लिए बेहद ही मुफीद माना जाता है. ऐसे में जरूरी है कि गन्ने की जड़ों में पर्याप्त नमी बनी रहे. इसके अलावा गन्ने की फसल में कीटों के प्रकोप की रोकथाम के लिए भी दवाओं का छिड़काव करना होता है.