शनिवार को राष्ट्रीय आम दिवस के अवसर पर विघालय में पौधा रोपण कार्यक्रम आयोजित किया गया। राष्ट्रीय आम दिवस स्वादिष्ट और उष्णकटिबंधीय फल आम के लिए समर्पित दिन है। आम न केवल स्वादिष्ट होते हैं, बल्कि विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट से भी भरपूर होते है। आम के पेड़ पर्यावरण के दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण हैं।
इधर , पर्यावरण प्रेमी शिवम कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय आम दिवस प्रतिवर्ष 22 जुलाई को मनाया जाता है। इस दिवस को यादगार बनाने के लिए विद्यालय के प्रांगण में बच्चों के साथ फलदार एवं छायादार आम का पौधा रोपण किया गया। वहीं पौधा रोपण के बाद हम सभी ने यह संकल्प लिया कि बड़ा होने तक पौधा को देख-भाल करेंगे। पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया गया। आम सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले फलों में से एक है, साथ ही, भारतीय इतिहास का एक अभिन्न अंग है। दुनिया भर में इसका सेवन किया जाता है। अपने मुंह में पानी लाने वाले स्वाद से परे, आम भारत के लिए सांस्कृतिक महत्व रखता है जो सदियों पुराना है। भारतीय पौराणिक कथाओं और साहित्य में, आम को अक्सर प्यार और समृद्धि से जोड़ा जाता है। भारतीय त्योहारों और अनुष्ठानों में इसका एक विशेष स्थान है, जो बहुतायत और सौभाग्य का प्रतीक है। इस तरह के समृद्ध सांस्कृतिक संबंधों के साथ, यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि अंतर्राष्ट्रीय आम महोत्सव इस प्यारे फल का एक खुशी का उत्सव बन गया है। आम की पैदावार करने के मामले में भारत दुनिया में सबसे आगे है। दुनियाभर में आम की करीब 1400 किस्में पाई जाती हैं। जिसमे से 1000 के आसपास की किस्में भारत में पैदा होती है।
इधर, राष्ट्रीय आम दिवस के अवसर पर पर्यावरण प्रेमी शिवम कुमार ने विघालय के प्रांगण में आम का पौधा रोपण किया।