इस शहर में धड़ल्ले से हो रही है यूरिया की कालाबाजारी, किसानों को 500 रुपए प्रति बोरा तक चुकानी पड़ रही है कीमत, प्रशासन बना मूकदर्शक

Sanjeev Shrivastava

चंदन गोयल

नरकटियागंजः  किसानों पर अब खाद की कालाबाजारी की मार पड़ रही है। यहां किसानों को यूरिया की बोरी खरीदने को लिए 400 से 500 तक चुकाना पड़ रहा है। जिसके बाद ,किसान खाद-बीज की खरीददारी में खुद को ठगा महसूस कर रहे हैं। वहीं इसे रोकने में प्रशासन पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है।

नरकटियागंज के गांवों सहित नगरों बाजार में खाद-बीज की दुकानों पर यूरिया खाद की ब्लैक मार्केटिंग का धंधा चल रहा है। किसानों ने बताया कि यूरिया खाद 350 से लेकर 500 रुपए प्रति बोरा बेचा जा रहा है। इस समय धान व गन्ना की फसल में खाद दिया जा रहा है। जिसमें यूरिया खाद की आवश्यकता होती है।

सरकारी खाद मिलना मुश्किल, जिसका लाभ उठा रहे विक्रेता

लेकिन प्रशासन स्तर पर तय दरों (यूरिया लगभग 266.50 रुपए प्रति बोरी) में बड़ी मुश्किल से मिलने वाला खाद बाजार में बढ़ी हुई दरों (लगभग 350 रुपए तक) में आसानी से मिल रहा है। यानी एक बोरी पर किसान को करीब 83 रूपए अधिक देने पड़ रहे हैं।यूरिया खाद की बढ़ती मांग को देखते हुए खाद-बीज की दुकानदारों ने 270 के खाद को 350 में बेच रहे हैं। किसान मजबूरी में बढ़ी दरों पर खाद खरीदने को मजबूर हैं।

नहीं मिली कोई शिकायत

खाद की कालाबाजारी के मामले में पूछे जाने पर संबंधित दुकानों की जांच कर कारवाई की जायगी। प्रखंड कृषि पदाधिकारी देवानन्द कुमार ने कहाँ की किसानो की कोई शिकायत नही आई है अगर आती है जांच कर कार्रवाई की बात कही।

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