मोतिहारी : जिले का कुख्यात अपराधी ,अपनी गोलियों की तड़तड़ाहट से जिले को थर्रा देने वाला ,कई जघन्य कांडो को अंजाम देने वाले आतंक का दूसरा रूप ले चुके कुख्यात अपराधी कुणाल सिंह को आज मोतिहारी कोर्ट ने ऐतिहासिक निर्णय देते हुए तीन अलग अलग निर्णयों में उम्रकैद,पांच साल व सात साल की सजा तो सुनाई ही है साथ मे उसे आर्थिक दंड भी दिया है ।ये वही कुणाल सिंह है जिसके घर पर खुद एसपी कान्टेश कुमार मिश्रा छापेमारी करने गए थे और आज से मात्र चौदह महीने पहले उसे ए के 47 जैसे घातक हथियार ,कारतूस ,मैगजीन ,पिस्टल व भारी संख्या में वाकि टॉकी के साथ गिरफ्तार किया था ।गिरफ्तार कुणाल सिंह पर जिले ही नही बल्कि उत्तर बिहार के कई जिलों में आतंक फैलाने ,हत्या ,रंगदारी जैसे कई संगीन मामले दर्ज है ।।आज मोतिहारी ब्यवहार न्यायालय के अपर जिला व सत्र न्यायाधीश देवराज त्रिपाठी ने फैसला देते हुए कुणाल सिंह को उम्रकैद की सजा सुनाई है ।ये वही कुणाल सिंह है जिसने रकसोल के कैम्ब्रिज बिद्यालय में दिनदहाड़े ताबड़तोड़ गोलीबारी की थी और बच्चो सहित पूरे बिहार में सनसनी फैला दी थी और ।ये वही कुणाल सिंह है जिसने बेतिया कोर्ट में दिनदहाड़े उत्तर बिहार के एक अन्य सरगना व कुख्यात बबलू दुबे की निर्मम हत्या कोर्ट परिसर में कर दी थी ।कुणाल सिंह पर करीब सत्रह संगीन मामले दर्ज है और इनमें से पांच मामलों पर मोतिहारी कोर्ट में सुनवाई चल रही है ।
जिले के पिपराकोठी प्रखंड के कुड़ियाँ गाँव का रहनेवाले कुणाल पर कई जघन्य हत्याओं ,लूट रंगदारी,पुलिस पर हमला उत्पाद टीम पर हमला ,स्कूल में फायरिंग सहित कई मामले दर्ज है ।इसपर सबसे पहला आरोप लगा था हरपुरनाग के मुखिया पति बीरेंद्र ठाकुर की हत्या का ,उसके बाद इसने कभी पीछे मुड़कर नही देखा और एक के बाद एक कई जघन्य कण्डो को अंजाम देने लगा और अपराध की दुनिया का बेताज बादशाह बन गया ।कुणाल ने ही रकसोल के कैम्ब्रिज बिद्यालय पर रंगदारी के लिए दिनदहाड़े फायरिंग किया था। ।उसके बाद उसपर बेतिया कोर्ट में कुख्यात बबलू दुबे की हत्या के बाद ये पुलिस की राडार पर पूरी तरह से आ गया और उसके बाद मोतिहारी एसपी कान्टेश कुमार ने अपने सफल नेतृत्व में कुणाल को फ़िल्मी अंदाज में रफ्तार किया था ।