जन सुराज पदयात्रा के दौरान नीतीश कुमार पर हमला करते हुए कहा कि नीतीश कुमार मार्च 2022 में मुझसे दिल्ली में मिले थे और उनसे लंबी बातचीत हुई थी। नीतीश कुमार महागठबंधन में इसलिए शामिल हुए हैं क्योंकि उन्हें कहीं न कहीं डर और विश्वास दोनों था कि 2024 में लोकसभा का चुनाव हो जाएगा और भाजपा जीत कर आएगी। इसके बाद अगर भाजपा जीत कर आती है तो दिल्ली में शपथ लेने के बाद सबसे पहले बिहार के मुख्यमंत्री को बदलेगी।
क्योंकि अगला चुनाव बीजेपी नीतीश कुमार के नेतृत्व में नहीं लड़ती। इसी डर के कारण नीतीश कुमार महागठबंधन के साथ चले गए। उन्हें RJD से कोई प्रेम नहीं है और ये भी नहीं है की RJD नीतीश कुमार को जानती नहीं है। जहां तक भाजपा का सवाल है तो नीतीश कुमार हर मायने में दिल्ली में बीजेपी के साथ है। नीतीश कुमार का भाजपा में जाने का रास्ता खुला रहे इस कारण से नीतीश कुमार ने हरिवंश नारायण को राज्यसभा का उपसभापति बना कर एक खिड़की खोल रखी है।