NEWSPR DESK-पटना, 06 जुलाई, आज जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान, पटना में बाबू जगजीवन राम की पुण्यतिथि मनायी गयी। इस अवसर पर बाबूजी के चित्र पर माल्यार्पण किया गया। इस कार्यक्रम में संस्थान के निदेशक ने बाबू जगजीवन राम के संघर्ष को प्रमुखता से बताया। इसके साथ ही, जगजीवन राम संसदीय अध्ययन एवं राजनीतिक शोध संस्थान तथा अमिटी विश्वविद्यालय के बीच हुआ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया। हस्ताक्षर के दौरान उच्च शिक्षा निदेशक, डॉ. रेखा कुमारी, अमिटी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) विवेकानन्द पाण्डेय, अमिटी विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. एन.के. यादव एवं संस्थान के निदेशक डॉ. नरेन्द्र पाठक मौजूद थे।
गतिविधियों को सुचारू रूप से सुनिश्चित करने के लिए दोनों संस्थानों के समन्वयक का विवरण कुलपति, अमिटी यूनिवर्सिटी, पटना और अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, बिहार सरकार की देखरेख में किया जाएगा।
इस एमओयू समझौते की सहयोगी परियोजनाओं के लिए व्यय, यदि संयुक्त रूप से लिया जाता है, तो आपसी चर्चा के बाद आपसी सहमति से, केस-टू-केस आधार पर तय किया जाएगा। यह एमओयू पांच वर्ष के लिए किया गया है।
संस्थान की कार्य योजना में वर्णित विधायी उन्मुखीकरण, समाजवादी गैलरी एवं दस्तावेजीकरण, बाबू जगजीवन राम से जुड़े दस्तावेजों के संग्रहण एवं उनके फोटो गैलरी का निर्माण सहित कई कार्य योजना पर माननीय सदस्यों की सहमति प्राप्त हुई। मौखिक अभिलेखागार के निर्माण की भी सहमति प्रदान की गयी।
कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. संजय पासवान, ई. राजेन्द्र प्रसाद, डॉ. मुंशी प्रसाद, डॉ. मधुबाला, कुमार विनय, डॉ. श्वेता चंद्रा आदि सहित कई लोगों ने बाबूजी की चित्र पर पुष्प अर्पित किए। धन्यवाद ज्ञापन संस्थान के निदेशक द्वारा किया गया।