पटना डेस्कः बिहार में मानसून ने एक हफ्ते पहले ही दस्तक दी है। लेकिन, इस एक सप्ताह में ही बारिश ने जो कहर बरपाया है, उसे देखकर लोगों में भय उत्पन्न हो गया है। जहां ठनके की चपेट में आने से 100 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई है, वहीं बारिश के कारण कई जिलों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। राजधानी पटना भी ऐसी ही परेशानी से जूझ रहा है। यहां शनिवार रात को हुई बारिश के कारण कई मोहल्लों में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालात, पिछले साल की तरह नजर आने लगे हैं। जिसे देखकर शहर के लोगों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।
फिर से डूब गया राजेन्द्र नगर
2019 में बारिश के कारण आई बाढ़ के कारण पटना में सबसे ज्यादा प्रभावित राजेन्द्र नगर का इलाका रहा था। ऐसी संभावना थी कि इससे सबक लेकर पटना नगर निगम ड्रेनेज सिस्टम को बेहतर करेगा, लेकिन स्थिति में कोई सुधार नजर नहीं आया। शनिवार रात से हो रही बारिश के कारण राजेन्द्र नगर के कई हिस्सों में जलजमाव हो गया है। इसी तरह की स्थिति कदम कुआं, पटेल नगर, राजवंशी नगर सहित शहर के कई मोहल्लों में भी भीषण जल जमाव की स्थिति है जहां लोग इस गंदगी और जलजमाव के बीच निकलने को मजबूर हैं।
डिप्टी सीएम का मोहल्ला भी पानी में डूबा
बारिश के पानी ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के आवासीय क्षेत्र को भी अपनी गिरफ्त में ले लिया है। सुशील कुमार मोदी के आवासीय क्षेत्र में हुए जलजमाव के बाद पानी की निकासी के लिए नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे हैं. निगम कर्मी इस जलजमाव के लिए एक निजी एजेंसी पर ठीकरा फोड़ रहे हैं वही जल निकासी वाले पाइप के डैमेज होने के कारण जल जमाव की स्थिति बता रहे हैं.
सीएम कर रहे मॉनिटरिंग
इस बार मानसून की पहली बारिश में ही हुए जलजमाव के बाद खुद सीएम नीतीश कुमार स्थिति और तैयारियों का जायजा लेने निकले थे लेकिन लोगों की मुश्किलें फिलहाल काफी हद तक वैसी ही बनी हुई हैं।