NEWSPR डेस्क। सीबीआई ने उत्तर प्रदेश में हाथरस केस में एक बड़ा खुलासा किया है. एक रिपोर्ट के अनुसार सीबीआई जांच में खुलासा हुआ है कि जेल में बंद एक आरोपी नाबालिग है. अब ऐसे में पुलिस की भूमिका संदेह के घेरे में आ गई है. बताया जा रहा है कि अलीगढ़ जेल में बंद चारों आरोपियों में से एक की हाईस्कूल की मार्कशीट सामने आई है जिसके अनुसार, आरोपी नाबालिग है.
इस बात के सामने आने के बाद पुलिस की लापरवाही की बात कही जा रही है. जिसने बिना छानबीन के नाबालिग आरोपी को अलीगढ़ जेल भेज दिया, जबकि कानून के अनुसार उसे बाल सुधार गृह भेजा जाना चाहिए था. यही नहीं आरोपी की पहचान भी उजागर कर दी गई.
आपको बता दें कि इससे पहले सीबीआई ने गांव में 19 वर्षीय दलित किशोरी के कथित गैंगरेप और उसकी हत्या के मामले में अलीगढ़ जेल में बंद सभी चार आरोपियों से सोमवार को पूछताछ की. पूछताछ के संबंध में अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई टीम ने न्यायिक हिरासत में बंद आरोपियों संदीप, लवकुश, रवि और रामू से पूछताछ के लिए अदालत से अनुमति मांगी थी.
उन्होंने बताया कि सीबीआई जांचकर्ताओं ने जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के चिकित्सकों से भी मुलाकात की. पीड़िता का कथित गैंगरेप के बाद इसी अस्पताल में 14 सितंबर को उपचार किया गया था.किशोरी की 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई थी.
जिला प्रशासन ने आधी रात को शव का कथित रूप से जबरन अंतिम संस्कार कर दिया था और परिवार को उचित रूप से अंतिम संस्कार के लिए शव घर ले जाए जाने की अनुमति नहीं दी थी. प्रशासन के कथित असंवेदनशील रवैये को लेकर इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने भी तीखी प्रतिक्रिया दी थी. यह मामला योगी आदित्यनाथ सरकार के लिए शर्मिंदगी की बड़ी वजह बन गया है. भाजपा सरकार ने विवाद के बाद मामला सीबीआई को सौंप दिया था. अब सीबीआई मामले की जांच कर रही है और कई सवालों के जवाब तलाश रही है.