सीएम नीतीश कुमार ने पटना वासियों को दी बड़ी सौगात, 106 करोड़ की लागत से बने फ्लाईओवर का किया उद्घाटन

PR Desk
By PR Desk

पटनाः कोरोना काल में बिहार वासियों को रविवार को सीएम नीतीश कुमार ने बड़ी सौगात दी। राजधानी पटना के आर ब्लॉक फ्लाईओवर को रविवार से आम लोगों के लिए शुरू कर दिया गया। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका उद्घाटन किया है। इस दौरान उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, पथ निमार्ण मंत्री नन्द किशोर यादव और सूचना एवं जनंपर्क मंत्री नीरज कुमार के साथ कई लौग मौजूद रहे।

बता दें आपको कि अब आर ब्लॉक से नेहरू पथ यानी बेली रोड के बीच आवागमन आसान होगा। उद्घाटन के साथ ही फ्लाईओवर का तीसरा छोर बनाने के लिए आर ब्लॉक से जीपीओ की ओर आवागमन बंद कर दिया गया। यातायात डायवर्जन का प्लान पटना जिला प्रशासन तैयार कर रहा है।

बता दें आपको कि 106 करोड़ की लागत वाला यह हिस्सा 960 मीटर लंबा है। इसमें आर ब्लॉक चौराहे पर एलिवेटेड रोटरी भी बनाई गई है, जिसकी औसत लंबाई 125 मीटर है। औसतन 12 मीटर चौड़ाई वाले इस फ्लाईओवर से वीरचंद पटेल पथ, आर ब्लॉक चौराहा और विधानसभा की तरफ जाने वाले रोड की यातायात व्यवस्था सुगम होगी।

इस फ्लाईओवर को विधानसभा की तरफ पहले से बने भिखारी ठाकुर पुल से भी जोड़ दिया गया है, जिसके कारण मीठापुर-गौड़ियामठ-जक्कनपुर जाने वालों को भी इसका फायदा मिलेगा। इसका निर्माण वर्ष 2015 में शुरू हुआ था। इस फ्लाईओवर का तीसरा छोर हार्डिंग पार्क की तरफ (630 मीटर लंबा) बन रहा है, जो अगले साल चालू होगा। तीनों छोर बन जाने के बाद कंकड़बाग, पटना जंक्शन और करबिगहिया की तरफ जाने वालों को बहुत सुविधा होगी।

बता दें आपको कि इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बिहार पृथ्वी दिवस के उपलक्ष पर आर ब्लॉक चौराहे के पास वृक्षारोपण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री कुमार ने एक पौधा लगाया। जहां उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी और पथ निमार्ण मंत्री नंदकिशोर यादव के अलावा कई अधिकारी मौजूद रहे।

बता दें आपको कि NEWS PR से एक्सक्लूसिव बातचीत करते हुए पटना के आयुक्त संजय अग्रवाल ने कहा कि अगर सड़क बनाने के लिए एक पेड़ काटा जाता है तो उसके बदले 4 से 5 पेड़ लगाए जाते हैं। उन्होंने पटना वासियों से अपील की और कहा कि वह अपने घर में या आसपास किसी भी प्रकार का पौधा जरूर लगाएं। चाहे वह हर्बल हो या किसी भी प्रकार का पौधा हो, उसे जरूर लगाएं ताकि पर्यावरण की सुरक्षा की जा सके।

Share This Article