गोपालगंज जिले के ऐतिहासिक थावे दुर्गा मंदिर के समीपवर्ती जंगल क्षेत्र को अब ईको टूरिज्म हब के रूप में विकसित किया जाएगा। वन विभाग ने पर्यटन विभाग की पहल पर ईको पार्क निर्माण की दिशा में कदम आगे बढ़ा दिए हैं।
ईको पार्क की स्थापना से पहले थावे जंगल में वर्षों से चल रहे अतिक्रमण को हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। राजस्व विभाग द्वारा की गई जांच में करीब तीन एकड़ भूमि पर अवैध कब्जे की पुष्टि हुई है। प्रशासन ने संबंधित क्षेत्र के सीओ को अतिक्रमण हटाने के निर्देश जारी कर दिए हैं।
इस परियोजना के तहत थावे मंदिर परिसर के पास स्थित जंगल के एक विशिष्ट हिस्से को ईको पार्क में बदला जाएगा। मंदिर की महत्ता और यहां प्रतिवर्ष आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए पर्यटन विभाग ने इसे एक पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित करने का निर्णय लिया है।
सूत्रों के मुताबिक, करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से थावे मंदिर और रहसू मंदिर सहित पूरे क्षेत्र का सौंदर्यीकरण किया जाएगा, जिसमें से ईको पार्क के निर्माण के लिए 29 करोड़ रुपये की विशेष राशि स्वीकृत की गई है। यह पार्क न सिर्फ पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देगा, बल्कि स्थानीय लोगों को रोजगार और पर्यटन से जुड़े अवसर भी प्रदान करेगा।
पर्यटन विभाग और वन विभाग की यह संयुक्त पहल थावे क्षेत्र को धार्मिक और पारिस्थितिकी पर्यटन के एक नए केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में अहम मानी जा रही है।