खेमनीचक–मलाही पकड़ी स्टेशन तैयार: 6.5 किमी तक दौड़ेगी पटना मेट्रो

Jyoti Sinha

पटना मेट्रो परियोजना तेजी से आगे बढ़ रही है और इसका पहला बड़ा विस्तार अब लगभग तैयार है। खेमनीचक और मलाही पकड़ी के दो नए स्टेशन अंतिम चरण में पहुंच चुके हैं और इन्हें फरवरी 2026 तक जनता के लिए खोलने की संभावना है।

6.5 किमी तक बढ़ेगी मेट्रो सेवा

उद्घाटन के बाद मेट्रो आइएसबीटी से भूतनाथ होते हुए खेमनीचक और फिर मलाही पकड़ी तक कुल 6.5 किलोमीटर चलेगी। फिलहाल मेट्रो का संचालन आइएसबीटी से जीरो माइल और भूतनाथ तक सीमित है।
इस विस्तार से पटना के पूर्वी हिस्से की ट्रैफिक समस्या में बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।

दोनों नए स्टेशन लगभग तैयार

पटना मेट्रो कॉरिडोर-1 में:

  • मलाही पकड़ी स्टेशन का सिविल और स्ट्रक्चर वर्क लगभग पूरा हो चुका है।
  • खेमनीचक स्टेशन पर अलाइनमेंट और अंदरूनी विकास कार्य अंतिम चरण में जारी है।

अधिकारियों का कहना है कि दोनों स्टेशन फरवरी तक संचालन योग्य हो जाएंगे।
ट्रैफिक से जूझ रहे खेमनीचक–कंकड़बाग–भूतनाथ इलाके के हजारों लोगों को इससे बड़ी सुविधा मिलेगी।

फिलहाल 3.5 किमी पर चल रही है मेट्रो

6 अक्टूबर को उद्घाटन के बाद से पटना मेट्रो 3.5 किमी के रूट पर आइएसबीटी–जीरो माइल–भूतनाथ के बीच चल रही है।
सेवा सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक उपलब्ध है।
अभी एक ही लाइन पर सिंगल सेट मेट्रो चलाई जा रही है और रोजाना करीब 1500 यात्री इसका उपयोग कर रहे हैं। विस्तार के बाद यह संख्या कई गुना बढ़ने की संभावना है।

सबसे चुनौतीपूर्ण चरण—अंडरग्राउंड कॉरिडोर

पटना मेट्रो का अगला बड़ा काम भूमिगत कॉरिडोर का निर्माण है।
पटना जंक्शन से रुकनपुरा और मीठापुर के बीच 9.35 किमी की अंडरग्राउंड टनल बनाई जानी है। इसके लिए कुल 8 टनल बोरिंग मशीन (TBM) लगाई जाएंगी।

  • पहला चरण: पटना जंक्शन से जू (संजय गांधी बायोलॉजिकल पार्क) की ओर खुदाई
  • दूसरा चरण: पटना जंक्शन से रूपसपुर की ओर

इस कॉरिडोर में छह अंडरग्राउंड स्टेशन बनेंगे, जिसकी कुल लागत लगभग 2565.80 करोड़ रुपये आएगी और इसे 42 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।

मेट्रो से कम होगा ट्रैफिक, मिलेगी बड़ी राहत

अधिकारियों का मानना है कि पूर्वी पटना के खेमनीचक–कंकड़बाग–भूतनाथ जैसे क्षेत्रों में मेट्रो शुरू होते ही भीड़भाड़ कम होगी।
निजी वाहनों का दबाव घटेगा और शहर में जाम की समस्या में सुधार आएगा।

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