बिहार में मानसून के पूरी तरह सक्रिय होने के बाद लगातार हो रही बारिश से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खासकर गया जिले में हालात बेहद गंभीर होते जा रहे हैं। मंगलवार रात हुई मूसलधार बारिश ने शहर के कई रिहायशी इलाकों को जलमग्न कर दिया है, वहीं पहाड़ी क्षेत्रों से आए मलबे ने रेलवे ट्रैक को जाम कर दिया, जिससे रेल सेवाएं ठप हो गईं।रेलमार्ग पर मलबे से ट्रेनों का संचालन ठपगया-कोडरमा रेल सेक्शन के बसकटवा-यदुग्राम घाट क्षेत्र में पहाड़ से भारी मात्रा में मलबा गिरने से अप और डाउन दोनों लाइनें बाधित हो गईं।
मंगलवार रात करीब 11 बजे की इस घटना के बाद रेलवे कर्मियों और RPF ने तत्काल राहत और सफाई कार्य शुरू किया। अप लाइन पर सेवाएं सात घंटे तक बंद रहीं, जिन्हें बुधवार सुबह 6 बजे दोबारा शुरू किया गया, जबकि डाउन लाइन पर रात 2 बजे के आसपास परिचालन बहाल कर दिया गया।शेरघाटी में भारी बारिश से जनजीवन ठपशेरघाटी अनुमंडल में हालात और भी खराब हैं। पलकिया शेरपुर को फतेहपुर से जोड़ने वाला पुल तेज बहाव में बह गया है। मोरहर नदी उफान पर है, जिससे आसपास के गांवों में पानी घुस चुका है। इमामगंज के पकरी गुरिया गांव के खेतों में पानी भर जाने से धान की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई है। इससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।बोधगया के हालात बेहद खराबबोधगया के निचले इलाकों में जलस्तर बढ़ने से कई घरों में पानी भर गया है। बतसपुर गांव के पास की सड़क पानी में बह गई है। साथ ही, बतसपुर डैम पर दबाव बढ़ने से मोराटाल पईन टूट गई है, जिससे सड़क का और अधिक कटाव हुआ है। लोग घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन कर रहे हैं।
कई महत्वपूर्ण ट्रेनें रद्द
रेल ट्रैक पर मलबा गिरने से कई महत्वपूर्ण ट्रेनों को रद्द करना पड़ा है। प्रभावित ट्रेनों में शामिल हैं:3010 डाउन देहरादून एक्सप्रेस
हटिया-इस्लामपुर एक्सप्रेस
धनबाद-फिरोजपुर एक्सप्रेस
नेताजी हावड़ा-कालका मेल
गंगा-दामोदर एक्सप्रेस
अगले 24 घंटे और मुश्किलरेलवे ने राहत कार्य तेज कर ट्रैक को आंशिक रूप से चालू कर दिया है, लेकिन स्थिति सामान्य होने में समय लग सकता है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे बेहद आवश्यक हो तभी यात्रा करें और मौसम विभाग की चेतावनियों पर ध्यान दें।मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में और अधिक भारी वर्षा की संभावना जताई है, जिससे हालात और बिगड़ सकते हैं। राहत व बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं।