बिहार की सियासत में एक ओर जहां पारा हाई है तो वहीं दूसरी ओर मौसम का पारा लुढ़कता जा रहा है।बिहार की राजधानी पटना सहित सूबे के सभी इलाकों में पछुआ हवा का प्रवाह देखा जा रहा है। पहाड़ी इलाकों में चल रही सर्द हवा का असर बिहार के मौसम पर दिख रहा है। शाम होते ही कोहरे जैसी स्थिति बन जा रही है। ग्रामीण इलाकों के अलावा शहर में भी सुबह के वक्त कोहरा गिर रहा है।
वातावरण में कनकनी बढ़ गई है। मौसम विभाग की माने तो आने वाले सप्ताह में पछुआ हवा की गति बढ़ती है, तो पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से कनकनी और बढ़ेगी।
मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार, सबसे ज्यादा ठंडा शहर गया और भागलपुर का सबौर रहा।गया का न्यूनतम तापमान जहां 7.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। वहीं, दूसरी ओर भागलपुर सबौर का तापमान 9.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
अगले सप्ताह और बढ़ेगी ठंड
मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ का असर अगले सप्ताह के मौसम पर ज्यादा दिखेगा। यदि तेज रफ्तार से पछुआ का प्रवाह जारी रहा, तो ठंड के साथ कनकनी में बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग के मुताबिक दिसंबर के तीसरे सप्ताह में स्थिति और विकट हो सकती है। कोहरा कहर बरपाएगा, वहीं वातावरण में कनकनी बढ़ेगी। इस दौरान बुजुर्गों और बच्चों को सावधान रहना होगा। मौसम विभाग के मुताबिक अगले सप्ताह में धूप कम निकलेगी। धूप की जगह धुंध और कोहरे का आलम रहेगा। ग्रामीण इलाकों में इसका प्रभाव ज्यादा दिखेगा। विभाग ने ये भी बताया कि इस बार बिहार का मौसम दिल्ली और अपने पिछले रिकॉर्ड भी तोड़ सकता है।
बिहार के अन्य शहरों के न्यूनतम तापमान की बात करें, तो राजधानी पटना का तापमान लगातार गिर रहा है।
शनिवार को राजधानी पटना का न्यूनतम तापमान 10.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। बाकी शहरो में गया का तापमान 7.8 डिग्री सेल्सियस, भागलपुर में 13.0, पूर्णिया में 12.5, पश्चिमी चंपारण में 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। मुजफ्फरपुर में 14.9, सुपौल में 14.8, अररिया में 16.4 और भागलपुर के सबौर में 9.5 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। रोहतास में 10.0 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। उसके अलावा पूर्वी चंपारण में 12.8 और शेखपुरा में 10.8, जमुई में 12.5, सीतामढ़ी में 10.9और औरंगाबाद में 09.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया है। अधिकतम तापमान की बात करें, मोतिहारी, दरभंगा, सुपौल, सीतामढ़ी और अररिया में ज्यादा रहा। जिसकी वजह से लोगों को राहत मिली।