बिहार में एनडीए के नेतृत्व को लेकर जारी अटकलों के बीच जेडीयू ने अपने ताजा पोस्टर से सियासी हलचल और तेज कर दी है। पार्टी ने बुधवार को अपने पटना स्थित प्रदेश कार्यालय के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगाया है, जिसमें लिखा है — “25 से 30 फिर से नीतीश”। इस नारे के जरिए जेडीयू ने साफ कर दिया है कि 2025 के विधानसभा चुनाव के बाद भी पार्टी का मुख्यमंत्री चेहरा नीतीश कुमार ही रहेंगे।यह पोस्टर ऐसे वक्त पर लगाया गया है जब हाल ही में हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक बयान में कहा था कि अगला बिहार विधानसभा चुनाव भाजपा नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
इस बयान के बाद बिहार की राजनीति में हलचल मच गई थी। अब जेडीयू ने अपने इस पोस्टर के जरिए भाजपा को सधी हुई सियासी प्रतिक्रिया दी है।जेडीयू कार्यालय पर लगे इन पोस्टरों में न सिर्फ नीतीश कुमार की तस्वीरें प्रमुखता से दिखाई गई हैं बल्कि उनके कार्यकाल में किए गए विकास कार्यों को भी उजागर किया गया है। एक पोस्टर पर लिखा गया है — “रोजगार का मतलब नीतीश सरकार”, वहीं दूसरे में — “बहन बेटियों के सपने साकार, धन्यवाद नीतीश सरकार” जैसे नारे भी दिखाई दे रहे हैं। इसके अलावा ‘सुशासन की रफ्तार बिहार में बरकरार’ और ‘पूरा बिहार हमारा परिवार’ जैसे संदेशों के जरिए नीतीश कुमार के नेतृत्व में सरकार की छवि को मजबूत करने की कोशिश की गई है।राजनीतिक जानकारों के मुताबिक, यह कदम जेडीयू की रणनीति का हिस्सा है, जिसके जरिए पार्टी एनडीए में अपनी स्थिति स्पष्ट करने और जनता के बीच भरोसा कायम रखने की कोशिश कर रही है।इतना ही नहीं, एक दिन पहले ही नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने भी इस मुद्दे पर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री अमित शाह ने खुद नीतीश कुमार के नाम पर सहमति दी है, इसलिए किसी और नाम पर चर्चा का कोई मतलब ही नहीं है।साफ है कि जेडीयू ने इस पोस्टर के ज़रिए विपक्ष के साथ-साथ अपने सहयोगी दल भाजपा को भी यह संकेत दे दिया है कि 2025 के बाद भी नीतीश कुमार ही मुख्यमंत्री पद के दावेदार रहेंगे।