NEWSPR डेस्क। पटना में चेन स्नैचिंग का मामला लगातार बढ़ता चला जा रहा है। मोबाइल छिनने और चेन स्नैचिंग की घटनाएं आम हो गई है। अपराधी बेलगाम होकर इस तरह की घटनाओं को अंजाम देकर खुलेआम घूमते रहे हैं। ताजा मामला बोरिंग रोड का है, जहां थाने से महज 500 मीटर की दूरी पर 5 मिनट के अंदर दो चेन स्नैचिंग की वारदात हुई। दो अलग-अलग बाइक सवार चार अपराधी घटना को अंजाम देकर फरार हो गए। पुलिस से मदद की आस में पीड़ित थाने पहुंची तो इंस्पेक्टर ने कहा जब जानते हो तो चेन स्नैचिंग होती है तो चेन पहनते ही क्यों है।
पीड़ित की बात सुन थानेदार इस तरह की बात करेंगे तो सोच लीजिए की पटना पुलिस की एक बार फिर से सुरक्षा में सवाल उठते हैं और इस तरह की बात करना कहां से उचित है। पीड़ित को पुलिस से कोई मदद नहीं मिल पाई और वह बदमाश का भी कोई सुराग नहीं मिला तो पीड़ित का कहना है कि पुलिस गश्ती नहीं करती और घटना हो जाने के बाद पीड़ित को ही गलत ठहराती है।
प्राइवेट कंपनी में कार्यरत पीड़ित मनोज कुमार रोजाना की तरह सुबह 7:50 में मॉर्निंग वॉक के लिए निकले थे। वापसी के दौरान वह बोरिंग रोड के पुलिस बूथ के पास पहुंचे ही थे कि पीछे से एक नीले रंग की पल्सर पर सवार दो बदमाशों ने चेन पर झपट्टा मार लिया और वह जब तक कुछ समझ पाते तब तक बदमाश चेन छीनकर फरार हो गए। बता दें कि मनोज कुमार पटना के पाटलिपुत्र कॉलोनी रोड नंबर 3 में रहते है।
मनोज कुमार भागकर पुलिस बूथ पर पहुंचे लेकिन वहां होमगार्ड के जवान ने उन्हें थाने का रास्ता दिखा दिया। मनोज का कहना है कि वह भागकर थाने पहुंचे तो इंस्पेक्टर मुलाकात हो गई और घटना पूरी जानकारी देने के बाद इंस्पेक्टर ने बदमाशों को पता लगाने की बजाय बोले कि जब जानते हो तो चेन स्नैचिंग होती है तो चेन पहनते ही क्यों हो। यह सुन मनोज चौंक गए और काफी निवेदन के बाद मनोज को मोबाइल टीम के साथ भेजा गया। जो बोरिंग रोड के पास 5 मिनट पहले हुई एक छात्रा से चेन स्नेचिंग की घटना की जांच में जुटी थी।
पटना से विक्रांत की रिपोर्ट