मुंगेर में नहाए खाए के साथ आज से छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है जहाँ सुबह में छठ व्रतियों के द्वारा गंगा स्नान करके बनने वाले प्रसाद जिसमे गेहूं एवं अरवा चावल को साफ सुथरा कर गंगा में धोया गया. धोने के बाद मुंगेर के ऐतिहासिक पोलो मैदान में छठ व्रतियों के द्वारा सुखाया जा रहा है । जहां पोलो मैदान छठ गीतों से गूंज रहा था. वही व्रतियों ने बताया की आज से नहाए के साथ छठ महापर्व की शुरुआत हो चुकी है ।
जहाँ वो लोग प्रसाद बनाने को लेकर गेहूँ अरवा चावल वो साफ सुथरा कर के गंगा में धो कर सूखा रहे है. तब कल खरना का प्रसाद जिसमे , पूरी रसिया लड़ुआ खबौनी इत्यादि बनाया जायेगा । 6 नवंबर को खरना करने के बाद छठ व्रतियों का 36 घंटे का निर्जला उपवास शुरू हो जाएगा जहां 7 नंबर को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ दिया जाएगा तो वहीं 8 नवंबर को उदयीमान सूर्य को अर्घ देने के साथ छठ व्रत का समापन होगा.