NEWSPR DESK -पशुपति पारस की मुश्किलें एक बार फिर से बढ़ती नजर आ रही है।राज्य सरकार ने पशुपति पारस को बड़ा झटका दे दिया है। भवन निर्माण विभाग द्वारा पार्टी कार्यालय खाली करने का आदेश जारी किया गया है। नवीनीकरण नहीं कराए जाने को लेकर के पार्टी कार्यालय खाली करने की बात कही गई है।
लोकसभा चुनाव के दौरान चिराग पासवान ने अपने चाचा की हाजीपुर सीट मिली और फिर केंद्रीय मंत्री बनने के बाद उनके मंत्रालय भी लें ली। अब आज दफ्तर खाली करने का आदेश शादी हो गया है ऐसे मे अब पशुपति पारस की मुश्किलें और बढ़ गई है।विभागीय संकल्प के कंडिका दो में स्पष्ट है कि पार्टी कार्यालय के लिए आवासीय भवन का आवंटन दो वर्षों के लिए किया जाता है. दो वर्ष की अवधि समाप्त होने के बाद आवंटन का नवीनीकरण कराना होता है. सरकारी आवास का नवीनीकरण इस शर्त पर होगा कि समय पर पार्टी द्वारा सभी करों का भुगतान कर दिया गया हो. वही आवंटन नवीनीकृत नहीं किए जाने की स्थिति में इसे रद्द माना जायेगा.