NEWS PR DESK- हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए जानते हैं आज के शुभ, अशुभ मुहूर्त
17 अगस्त, रविवार, शक संवत्: 26, श्रावण (सौर) शक 1947, पंजाब पंचांग: 02, भाद्रपद मास प्रविष्टे 2082 इस्लाम: 22, सफर 1447, विक्रमी संवत् : भाद्रपद कृष्ण नवमी 07:24 पी एम तक पश्चात दशमी तिथि। रोहिणी नक्षत्र 03:17 ए एम, अगस्त 18 तक। व्याघात योग 01:40 ए एम, अगस्त 18 तक। चंद्रमा वृषभ राशि में। तैतिल करण 08:28 ए एम तक।
प्रातः सन्ध्या 04:46 ए एम से 05:51 ए एम
अभिजित मुहूर्त 11:59 ए एम से 12:51 पी एम
विजय मुहूर्त 02:36 पी एम से 03:29 पी एम
गोधूलि मुहूर्त 06:58 पी एम से 07:20 पी एम
सायाह्न सन्ध्या 06:58 पी एम से 08:04 पी एम
अमृत काल 12:16 ए एम, अगस्त 18 से 01:47 ए एम, अगस्त 18
निशिता मुहूर्त 12:03 ए एम, अगस्त 18 से 12:47 ए एम, अगस्त 18
अशुभ मुहूर्त
राहुकाल 05:20 पी एम से 06:58 पी एम
यमगण्ड 12:25 पी एम से 02:03 पी एम
आडल योग 05:51 ए एम से 03:17 ए एम, अगस्त 18
विडाल योग 03:17 ए एम, अगस्त 18 से 05:52 ए एम, अगस्त 18
गुलिक काल 03:42 पी एम से 05:20 पी एम
ज्वालामुखी योग 05:51 ए एम से 07:24 पी एम
वर्ज्य 07:44 पी एम से 09:15 पी एम
दुर्मुहूर्त 05:14 पी एम से 06:06 पी एम
बाण मृत्यु – 02:57 ए एम, अगस्त 18 से पूर्ण रात्रि तक