NEWS PR DESK- हिन्दू पंचांग का उपयोग प्राचीन काल से होता आ रहा है। पंचांग शब्द का अर्थ है , पांच अंगो वाला। पंचांग में समय गणना के पांच अंग हैं- वार, तिथि, नक्षत्र, योग और करण। आइए
24 अगस्त,रविवार, शक संवत्: 02 भाद्रपद (सौर) 1947, पंजाब पंचांग: 09 भाद्रपद मास प्रविष्टे 2082, इस्लाम: 29 सफर, 1447, विक्रमी संवत्: भाद्रपद शुक्ल प्रतिपदा प्रातः 11.49 मिनट तक। सिद्ध योग, बव करण। चंद्रमा सिंह राशि में (दिन-रात)। सूर्य दक्षिणायन। सायं 04.30 मिनट से सायं 06 बजे तक राहुकालम्। भाद्रपद शुक्ल पक्ष प्रारंभ। चंद्रदर्शन
विजय मुहूर्त 02:33 पी एम से 03:24 पी एम
गोधूलि मुहूर्त 06:51 पी एम से 07:13 पी एम
सायाह्न सन्ध्या 06:51 पी एम से 07:58 पी एम
अमृत काल 07:22 पी एम से 09:03 पी एम
निशिता मुहूर्त 12:01 ए एम, अगस्त 25 से 12:46 ए एम, अगस्त 25
त्रिपुष्कर योग 02:05 ए एम, अगस्त 25 से 05:56 ए एम, अगस्त 25
सर्वार्थ सिद्धि योग 02:05 ए एम, अगस्त 25 से 05:56 ए एम, अगस्त 25
आज के अशुभ मुहूर्त
राहुकाल 05:14 पी एम से 06:51 पी एम
यमगण्ड 12:23 पी एम से 02:00 पी एम
आडल योग 05:55 ए एम से 02:05 ए एम, अगस्त 25
विडाल योग 02:05 ए एम, अगस्त 25 से 05:56 ए एम, अगस्त 25
गुलिक काल 03:37 पी एम से 05:14 पी एम
दुर्मुहूर्त 05:08 पी एम से 06:00 पी एम
वर्ज्य 09:18 ए एम से 10:59 ए एम
बाण चोर – 08:28 ए एम तक